फेक चेक: इंटरनेट पर वायरल हो रही गंगा नदी में बहती हुई डेड बॉडी की फोटोज, 2015 से है कनेक्शन

कोरोना वायरस का लोगों में इतना डर पैदा हो गया है कि कुछ भी हो उसे लोग उससे ही जोड़ दिया जाता है। ऐसे में बीते दिनों सोशल मीडिया पर गंगा नदी में शव बहते हुए देखा गया। इनकी संख्या 71 के आस-पास थी। 

Asianet News Hindi | Published : May 13, 2021 2:43 PM IST

कोरोना वायरस का लोगों में इतना डर पैदा हो गया है कि कुछ भी हो उसे लोग उससे ही जोड़ दिया जाता है। ऐसे में बीते दिनों सोशल मीडिया पर गंगा नदी में शव बहते हुए देखा गया। इनकी संख्या 71 के आस-पास थी। ये फोटो बिहार के बक्सर की थीं। इन तस्वीरों को कोविड से जोड़ते हुए हाल फिलहाल की बताई जा रही हैं, जो कि गलत है। 2015 की फोटोज हैं...

सोशल मीडिया पर वायरल शवों की फोटोज साल 2015 की हैं। ये उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की हैं। बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि मंगलवार, 11 मई को बक्सर में गंगा नदी से कुल 71 शवों को निकाला गया था। जहां वो डिकंपोज्ड अवस्था में पाए गए थे। वहीं, कुछ बॉडिज गंगा नदी में ही उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पाई गईं। 

आम आदमी पार्टी के MP ने किया था दावा 

आम आदमी पार्टी के MP सुशील कुमार गुप्ता ने शवों की फोटोज फेसबुक पर शेयर करते हुए दावा किया था कि 'बिहार के बक्सर और बीरपुर एरिया में गंगा नदी में 500 के करीबन शव तैरते हुए देखे गए हैं, कई बॉडी तो कोरोना किट में बंद है। 30 किमी के करीबन एरिया में जमा हुए ये शव UP और बिहार दोनों सरकारों को संवेदनहीनता का जीता जागता उदाहरण है और सिस्टम पर बहुत बड़ा धब्बा है।'

सोशल मीडिया पर शेयर की गई एक और फोटो 

सोशल मीडिया पर गंगा में तैरते हुए शवों की एक और फोटो शेयर की गई। इसमें शवों के ऊपर कौवों और चील को उड़ते हुए देखा जा सकता है। फोटो को शेयर करने के साथ ही कैप्शन लिखा गया है, 'गंगा मैया में बहती उतर प्रदेश के शव बिहार के बक्सर जिला पहुंचा।' इसी के साथ ही फेसबुक और ट्विटर पर यूजर्स इसी कैप्शन के साथ फोटोज शेयर कर रहे हैं। 

<div class="paragraphs"><p>An archive of the post can be found <a href="https://perma.cc/LM3U-W6CQ"><a href="https://archive.is/cOE1f">here</a></a>.</p></div>

Share this article
click me!