लॉकडाउन में इस बार 25 मई को लोग ईद उल फितर मनाएंगे। 30 दिनों तक रखे रोजे के बाद इसे मनाया जाता है। जहां केरल और जम्मू कश्मीर में इसे 24 मई को मनाया गया वहीं बाकी हिस्सों में इसे सोमवार यानी 25 मई को मनाया जाएगा। इसे मीठी ईद भी कहते हैं। ईद का त्यौहार हो और उसमें सेवइयां ना हो, भला ऐसा कैसे हो सकता है।
फ़ूड डेस्क: ईद में कुछ बने ना बने, घर में सेवइयां जरूर बनती हैं। वैसे तो इसे बनाने के कई तरीके हैं लेकिन आज हम आपको इन्हें तैयार करने का पारम्परिक तरीका बताने जा रहे हैं।
सेवइयां बनाने के लिए आपको चाहिए
150 ग्राम सेवई
50 मिली कंडेंस्ड मिल्क
2 चम्मच घी
आवश्यकतानुसार चीनी
आवश्यकतानुसार सूखे हुए खजूर के टुकड़े
आवश्यकतानुसार किशमिश
1 लीटर दूध
3 हरी इलायची
1/4 चम्मच केवड़ा सार
आवश्यकतानुसार बादाम कटा हुआ
थोड़ा सा भीगा हुआ केसर
बनाने की रेसिपी
वइयां रेसिपी को बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन लें और इसमें मध्यम आंच पर दूध को पकाएं। दूध को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ा ना हो जाए। इस बीच एक पैन लें और उसको मध्यम आंच पर रख दें। इसमें देसी घी को गर्म करें।
घी में पिसी हुई इलायची डालकर अच्छी तरह पकाएं। चावल के सेवई को छोटे टुकड़ों में तोड़ लें। इसके बाद जब इलायची चटकने लगे, तो घी में सेंवई को डालें। धीमी आंच पर कुछ मिनट के लिए इसे भूनें। ध्यान रहे इसको चलाते रहे ताकि यह जले नहीं।
जब सेवाईयों का रंग थोड़ा भूरा हो जाए इन सेवइयां को दूध में डाल दें। इसको कुछ समय केे लिए धीमी आंच पर खुला छोड़ दें। जब सेवई लगभग पूरी हो जाए, तो इसमें चीनी को डाल दें।
अब एक तरफ केसर को दूध में भिगोकर एक तरफ रख दें। अब सेंवई को 10 मिनट और पकाएं जब तक यह सेवई गाढ़ी न हो जाए। इसके बाद एक चम्मच की सहायता से इसे तब तक मिलाएं जब तक कि चीनी पूरी तरह से घुल न जाए।
इसके बाद सेवईयों में केवड़ा एसेंस और भिगोया हुआ केसर मिलाएं। इसके बाद सेवई को आंच से उतार लें और ठंडा होने दें। इसमें अलग से कन्डेन्स्ड मिल्क को डालकर आखिर में किशमिश, खजूर और बादाम मिलाएं। सेवाईयों को अपनी पसंद के अनुसार गर्म या ठंडा सर्व करें।