वैसे तो धर्म ग्रंथों में सिर्फ भगवान शिव को ही त्रिनेत्रधारी कहा गया है, लेकिन राजस्थान के सवाई माधौपुर के पास रणथंबोर किले में गणेशजी का एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जहां गणपति प्रतिमा त्रिनेत्र धारी है। इसे इसे त्रिनेत्र गणेश मंदिर कहते हैं। मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी का है। रणथंबोर गणेशजी को हर रोज भक्तों की हजारों चिट्ठियां मिलती हैं। भक्त किसी भी शुभ काम की शुरुआत में गणेशजी को चिट्ठी भेजकर आमंत्रित करते हैं।