उज्जैन. शास्त्रों के अनुसार, हर युग में पैदा होने वाले राक्षसों के विनाश के लिए भगवान श्रीगणेश ने भी 8 अवतार लिए हैं। दरअसल ये आठ अवतार मनुष्य को आठ तरह के दोषों काम, क्रोध, मद, लोभ, मत्सर, मोह, अहंकार और अज्ञान को दूर करने वाले हैं। कथाओं के आधार पर आप स्वयं समझ जाएंगे कि गणपति का कौन सा अवतार किस दोष का नाश करता है। जानिए श्रीगणेश के अवतारों के बारे में-