उज्जैन. इस बार 16 दिसंबर, बुधवार से खर मास शुरू होगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इसे मल मास और पुरुषोत्तम मास भी कहा गया है। इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता। इस मास की मलमास की दृष्टि से जितनी निंदा है, पुरुषोत्तम मास की दृष्टि से उससे कहीं श्रेष्ठ महिमा भी है। धर्म ग्रंथों में खर मास से संबंधित अनेक नियम बताए गए हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-