साल 2022 में यहां बनी विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा, इन प्राचीन मंदिरों का भी निखरा रूप

Published : Dec 20, 2022, 04:36 PM ISTUpdated : Dec 22, 2022, 12:32 PM IST

उज्जैन. साल 2022 कुछ बातों के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। इनमें उज्जैन में बने महाकाल लोक, नाथद्वारा में बनी विशाल शिव प्रतिमा और हैदराबाद में बनी संत रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण शामिल हैं। इनके अलावा भी देश में कई मंदिरों के जीर्णोद्धार की नींव रखी गई, जिसमें ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का विस्तारीकरण, आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का निर्माण आदि शामिल हैं। आगे जानें उन मंदिरों और विशाल प्रतिमाओं के बारे में जिनका निर्माण और विस्तारीकरण साल 2022 में किया गया…  

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साल 2022 में यहां बनी विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा, इन प्राचीन मंदिरों का भी निखरा रूप

राजस्थान में बनी शिवजी की विशाल प्रतिमा (shiv statue rajasthan)
अक्टूबर 2022 में राजस्थान के नाथद्वारा में शिवजी की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया गया। इसका निर्माण संत कृपा सनातन संस्थान द्वारा करवाया गया। इसका काम करीब 10 साल से चल रहा था। संत मोरारी बापू ने इस मूर्ति को बनाने की नींव रखी थी। यह मूर्ति कई मान्यों में बेहद खास है क्योंकि यह दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी मूर्ति है। इस मूर्ति की ऊंचाई 369 फीट है, जिसका नाम विश्वास स्वरूपम रखा गया है। प्रतिमा के अंदर सबसे ऊपरी हिस्से में जाने के लिए 4 लिफ्ट और तीन सीढ़ियां बनी हैं। प्रतिमा के निर्माण में 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल हुआ है।
 

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स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी का हुआ अनावरण (Statue of Equality Hyderabad)
साल 2022 के दूसरे महीने यानी फरवरी में हैदराबाद के निकट श्रीराम नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत रामानुजाचार्य की 216 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इसे स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी का नाम दिया गया। वैष्णव संप्रदाय के संत चिन्ना जीयर स्वामी की देखरेख में ये प्रोजेक्ट पूरा हुआ, जिस पर लगभग 1400 करोड़ रुपए खर्च हुए। यह प्रतिमा ‘पंचलोहा’ से बनी है, जो पांच धातुओं: सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का एक संयोजन है और दुनिया में बैठने की अवस्था में सबसे ऊंची धातु की मूर्तियों में से एक है। 
 

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हनुमानजी चार धाम परियोजना की दूसरी प्रतिमा का हुआ लोकार्पण (Hanumanji Char Dham Project)
अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मोरबी में 108 फीट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा 'हनुमानजी चार धाम' परियोजना के तहत देश भर में चार दिशाओं में स्थापित की जा रही चार प्रतिमाओं में से दूसरी है। मोरबी में हनुमान जी की विशाल प्रतिमा का निर्माण 2018 में शुरू हुआ था। इस प्रतिमा की लागत 10 करोड़ रुपए के लगभग है। मूर्ति की स्थापना मोरबी के बापू केशवानंद आश्रम में की गई है। प्रतिमा का विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये कई किलोमीटर दूर से ही नजर आ जाती है।

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उज्जैन में बना महाकाल लोक (Mahakal Lok Ujjain)
मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विस्तारीकरण भी साल 2022 किया गया। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर प्रयास किए और महाकाल लोक का निर्माण किया। इस महती योजना को पूरे करने में लगभग 793 करोड़ का खर्च आया है। महाकाल लोक को बनने में लगभग 5 साल का समय लगा। महाकाल लोक की विशालता और भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये काशी कॉरीडोर से भी 4 गुना अधिक बढ़ा है। महाकाल लोक में 52 म्यूरल (भित्ती, चित्र), 80 स्कल्प्चर और 200 मूर्तियां हैं, जो भगवान शिव की कहानी बताती हैं। इन मूर्तियों में शिव तांडव, त्रिपुरासुर वध आदि शामिल हैं।

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देश-दुनिया से जुड़ा वैद्यनाथ धाम (Vaidyanath Dham Deoghar)
झारखंड के देवघर में स्थित वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग काफी प्रसिद्ध है। 12 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। बाबा के भक्तों की सुविधा की बात हो या फिर यात्रियों को दिखाए जाने वाले मनमोहक नजारों, हर साज-सज्जा बाबा से जुड़ा ही किया गया है। बाहर श्रद्धालुओं के मूर्ति के साथ शिवलिंग बनाया गया है। यहां से मात्र 20 मिनिट में वैद्यनाथ मंदिर पहुंचा जा सकता है। इस मौके पर मोदी ने 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ भी किया। उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो वैद्यनाथ धाम पहुंचें  थे।



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