नियो मेट्रो
नियो मेट्रो को देश के उन शहरों के लिए लाया गया है जहां पर 20 लाख तक की आबादी है। रबड़ टायर पर चलने वाली तीन कोच वाली नियो मेट्रो की लागत परंपरागत मेट्रो के निर्माण लागत से 40 फीसदी तक कम है। इसमें स्टेशन परिसर के लिए बड़े जगह की जरूरत नहीं होती है। यह सड़क के सरफेस या एलिवेटेड कॉरीडोर पर चल सकती है। इस कारिडोर की लंबाई 19 किलोमीटर होगी।
हर कोच में 200 से 300 लोग सफर कर सकते हैं। इसे चलाने की लागत भी परंपरागत मेट्रो से कम है। यह मेट्रो लाइट से भी हल्की और ट्राम की तरह होगी इसलिए इसे मेट्रो बस भी कहा जा सकता है।