बस चलाने की वजह से कल्पना अपनी दसवीं की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाई। लेकिन दिनभर बस चलाने के बाद भी वो सुबह और रात को अपनी मां की मदद करती है। 10वीं की परीक्षा वो देना चाहती है लेकिन उसके पास बस चलाने के बाद समय नहीं बचता। हालांकि, उसने उम्मीद जताई है कि वो अपनी पढ़ाई पूरी कर लेगी।