मात्र 3 मिनट में बनकर तैयार होती है 1 इनोवा, फैक्ट्री के अंदर नर्क की जिंदगी जीते हैं कार बनाने वाले मजदूर

Published : Dec 22, 2020, 02:18 PM IST

ऑटो डेस्क: 9 ,नवंबर से ही टोयोटा किर्लोस्कर मोटर मैनेजमेंट और कर्मचारी यूनियन के बीच खींचतान चल रही है। दरअसल, कर्णाटक के बिदादी के कर्मचारी अपने ऊपर काम का प्रेशर बढ़ने की वजह से हड़ताल पर हैं। इस फैक्ट्री में टोयोटा इनोवा से लेकर फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियां बनती हैं। हर साल यहां 80 हजार कार  बनाई जाती है, जिसे अब एक लाख कर दिया गया है। काम के बढ़े प्रेशर की वजह से कर्मचारी हड़ताल पर हैं।  दरअसल,कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं की गई है। उतने ही कर्चारियों से अब ज्यादा काम लिए जाने का प्लान है। इस वजह से ही कर्मचारियों ने हड़ताल की है। आपको बता दें कि  फैक्ट्री में 1 इनोवा को असेम्ब्ल करने में 3 मिनट का समय लगता है। लेकिन अब कंपनी इसे ढाई मिनट करने के फिराक में है। आइये आपको दिखाते हैं कैसे होता है इनोवा प्लांट में काम... 

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मात्र 3 मिनट में बनकर तैयार होती है 1 इनोवा,  फैक्ट्री के अंदर नर्क की जिंदगी जीते हैं कार बनाने वाले मजदूर

टोयोटा द्वारा टारगेट बढ़ाने लेकिन कर्मचारियों की सैलरी या तादाद ना बढ़ाने को लेकर नवंबर से ही कर्मचारी हड़ताल पर हैं। साथ ही कर्मचारियों ने प्रबंधन पर उन्हें तंग करने का इल्जाम भी लगाया। 

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कर्मचारियों का कहना है कि अगर दो से तीन घण्टे काम करने के बाद वो 10 मिनट का रेस्ट लेते हैं, तो उनकी सैलरी काट ली जाती है। साथ ही वीक ऑफ भी नहीं दिया जाता। 

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30 दिन काम करने के बाद भी पेरोल 27 दिन का बनाया जाता है, जिसके हिसाब से ही उन्हें सैलरी दी जाती है। यानी 30 दिन काम करने के बाद भी उन्हें 27 दिन का पेमेंट दिया जाता है। 

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यूनियन की कंप्लेन है कि फैक्ट्री के अंदर उनपर मोबाइल का इस्तेमाल करने की भी मनाही है। अगर फोन यूज करते पकडे जाते हैं, तो मोबाइल सीज कर लिया जाता है। 

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इस फैक्ट्री में हर 3 मिनट में एक इनोवा असेम्बल किया जाता है। जिसे अब ढाई मिनट करने के लिए कर्मचारियों पर दवाब बनाया जा रहा है। इसी के विरोध में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। 

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कर्मचारियों ने शिकायत की है कि अभी तक यहां 60 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। फिलहाल इस फैक्ट्री में 11 सौ कर्मचारी काम करते हैं। उन्होंने बताया कि बिना किसी थोड़ कारण के कभी भी कर्मचारियों को निकाल दिया जाता है। 
 

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