सौर ऊर्जा से दौड़ेंगी ट्रेनें, आधे हो जाएंगे टिकट के दाम ! इन स्थानों पर शुरू हो चुके हैं पायलट प्रोजेक्ट

ऑटो डेस्क। देश ग्रीन और क्लीन एनर्जी की तरफ बढ़ रहा है। मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के अलावा इलेक्ट्रिसिटी पर बोझ घटाने के लिए लगातार  कवायद में जुटी हुई है। रेलवे में डीजल इंजन को हटाने के लिए तेजी से लाइनों का विद्युतीकरण किया जा रहा है। वहीं अब सरकार सौर ऊर्जा से ट्रेन दौड़ाने की दिशा में काम कर रही हैं। देश के इन स्थानों पर सोलर एनर्जी से ट्रेन चलाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। देखिए सौर ऊर्जा से ट्रेनों का संचालन होने से क्या परिवर्तन होगा...

Asianet News Hindi | Published : Oct 15, 2021 2:52 PM IST
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सौर ऊर्जा से दौड़ेंगी  ट्रेनें, आधे हो जाएंगे टिकट के दाम !  इन स्थानों पर शुरू हो चुके हैं पायलट प्रोजेक्ट

हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर सौर ऊर्जा से संचालित होंगी ट्रेन
हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग के ग्रैंड कार्ड सेक्शन पर ट्रेन सौर ऊर्जा से दौड़ाने की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। सौर ऊर्जा का उत्पादन के लिए रेल ट्रैक के किनारे रेलवे की जमीन का उपयोग किया जाएगा। इस खाली पड़ी जमीन पर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। 

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सौर ऊर्जाी से बनी बिजली सीधे ग्रिड को भेजी जाएगी। ग्रिड से ट्रेन को सप्लाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक बिहार के धनबाद रेल मंडल के प्रधानखंता से बंधुआ स्‍टेशन के बीच 200 किमी के क्षेत्र के चुनिंदा स्थानों पर रेलवे ट्रैक के किनारे सोलर प्लांट लगाए जाएंगें। प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कारपोरेशन लिमिटेड कंपनी को सौंपी गई है। (फाइल फोटो)

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हर दिन 100 मेगावाट सोलर एनर्जी का प्रोडक्शन होगा
धनबाद रेल मंडल रेल ट्रेक के किनारे सोलर प्लांट लगाकर हर दिन 100 मेगावाट सोलर एनर्जी का प्रोडक्शन करेगा। रेलवे बिजली खरीदने में बड़ा फंड खर्च करती है। सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू हो जाने से रेलवे के इस खर्च में कमी आएगी। 

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जानकारी के मुताबिक सौर ऊर्जा का उत्पादन होने से रेलवे हर साल करोड़ों की बचत करेगी। इस बचत का लाभ यात्रियों को भी मिल सकता है, लागत घटने से हो सकता है ट्रेनों का किराया कम कर दिया जाए, या फिर सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं। (फाइल फोटो)

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इन स्थानों पर शुरु हो चुके पायलट प्रोजेक्ट
रेलवे ने 2023 तक ब्राडगेज को पूरी तरह विद्युतीकरण करने का टारगेट सेट  किया है। कार्बन उत्सर्जन कम करने  के लक्ष्य के साथ  मोदी सरकार के निर्देशन में रेल मंत्रालय ने रेलवे ट्रैक के किनारे खाली जमीन पर सोलर प्लांट लगाने का फैसला लिया है। देशभर में रेलवे लाइन किनारे बेकार के 51000 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए किया जाएगा।(फाइल फोटो)

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हरियाणा के दीवाना और मध्यप्रदेश के बीना में सोलर एनर्जी से ट्रेन चलाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। वहीं हावड़ा नई दिल्ली ट्रेन रूट सौर ऊर्जा से ट्रेन दौड़ाने की तैयारी शुरू की जा चुकी है।(फाइल फोटो)

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