अक्षरा सिंह ने एक बार तो टुच्चा जैसा शब्दों का प्रयोग किया, उन्होंने लोगों से कहा किउन्हें ये टुच्चागिरी छोड़ देनी चाहिए। इस तरह किसी लड़की की इज्जत उछालने से लोगों को बचना चाहिए। अक्षरा सिंह ने अपने पूरे संबोधन में किसी व्यक्ति विशेष पर कोई टिप्पणी नहीं की है।