निरहुआ ने अपने पिताजी (Nirahua's father) के बारे में बात करते हुए कहा कि 'पिताजी के देहांत के बाद अब जब मैं सोया रहता हूं तो अक्सर वो अपने पिता को सपने में देखते हैं कि वो गांव गए हैं और पिताजी हैं, जिन्हें कुछ काम के लिए पैसे देने हैं और इस पर वो अपने भाई प्रवेश लाल यादव (pravesh lal yadav) को कहते हैं कि भाई चेक ले आओ मैं पैसे दे देता हूं।'