15 बड़ी बातें: इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई, इंटरकास्ट मैरिज करने वाला 'मुन्ना' 7वीं बार बना CM

पटना (Bihar) । बिहार में आज एनडीए की सरकार बन गई। नीतीश कुमार सातवीं बार मुख्यमंत्री पद के तौर पर शपथ लिए हैं। बता दें इसी के साथ उन्होंने लगातार 4 बार सीएम बनने का भी रिकॉर्ड बिहार में बना दिए। जिनके बारे में हम आपको वो 15 बड़ी बातें और यादगार पुरानी तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 16, 2020 11:08 AM IST
115
15 बड़ी बातें: इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई, इंटरकास्ट मैरिज करने वाला 'मुन्ना' 7वीं बार बना CM

नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को पटना के एक गांव बख्तियारपुर में कविराज राम लखन सिंह और परमेश्वरी देवी के यहां हुआ था। परिवार के लोग उन्हें मुन्ना बुलाते थे।
 

215

नीतीश कुमार एनआईटी पटना से इंजीनियरिंग किए हैं। उनके पिता एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और कांग्रेस से जुड़े थे। लेकिन, जब उन्हें कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला तो वह जनता पार्टी का हिस्सा बन गए थे। 

315

नीतीश कुमार साल 1973 में इंटरकास्ट मैरिज की थी। वे ओबीसी समुदाय से आते हैं और जाति के कुर्मी हैं। उनकी पत्नी मंजू कुमारी सिन्हा भी कुर्मी समुदाय से ही आती हैं। बता दें कि बिहार में कायस्थ भी सिन्हा सरनेम लिखते हैं। मंजू कुमारी सिन्हा सरकारी स्कूल में शिक्षिका थी, जिनका 2007 में निधन हो गया।
 

415


सीएम नीतीश कुमार के इकलौते संतान निशांत कुमार हैं, जिनका जन्म 20 जुलाई 1975 को हुआ था। वो शादीशुदा हैं। बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान-मेसरा से इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। लेकिन, अपने पिता के साथ एक अणे मार्ग में ही रहते हैं।

515

साल 2018 में दिए गए संपत्ति के ब्यौरे के मुताबिक बिहार के सीएम नीतीश कुमार की कुल संपत्ति 56.23 लाख रुपए है। इसमें चल संपत्ति 16.23 लाख रुपए है, 1000 स्क्वायर फीट का फ्लैट दिल्ली में हैं, जिसकी कीमत 40 लाख रुपए है।

615

नीतीश के बेटे निशांत आध्यात्म में रूचि रखते हैं। वो अपने पिता पर ही निर्भर हैं। जबकि, उनके पास कुल संपत्ति 2.43 करोड़ हैं। इनमें चल संपत्ति 1.18 करोड़ और अचल संपत्ति 1.25 करोड़ रुपए है। 

715

26 साल की उम्र में नीतीश कुमार ने पहली बार 1977 के विधानसभा चुनाव हरनौत सीट से जनता पार्टी के टिकट पर लड़े थे। लेकिन, हार गए। साल 1980 में हरनौत से ही जनता पार्टी (सेक्युलर) के टिकट चुनाव लड़ें। मगर, जीत न सकें। लगातार दो हार के बाद उन्होंने राजनीति छोड़ने का मूड बना लिया था। 

815

बताते हैं कि सरकारी ठेकेदार बनना चाहते थे, इसके लिए प्रयास भी शुरू किए थे, किंतु ऐसा नहीं हुआ और 1985 में तीसरी बार फिर हरनौत सीट से लोकदल ने उन्हें टिकट दे दिया। हालांकि इस बार 21 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए थे।

915


1985 में पहली बार विधायक बनने के बाद नीतीश 1989 के लोकसभा चुनाव में बाढ़ से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। वो 6 बार लोकसभा के सांसद रहे हैं। तीसरी बार 1996, चौथी बार 1998, 5वीं बार 1999 में लोकसभा चुनाव जीते थे।

1015


पहली बार लोकसभा में पहुंचने पर नीतीश कुमार केंद्रीय राज्यमंत्री बनाए गए थे। उन्हें भूतल परिवहन और रेलवे मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, गैसल में हुई एक ट्रेन दुर्घटना के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा से दिया और कृषि मंत्री बने थे। 

1115


नीतीश कुमार ने अपना आखिरी लोकसभा चुनाव 2004 में लड़ा था। उस चुनाव में नीतीश बाढ़ और नालंदा दो जगहों से खड़े हुए थे। हालांकि, बाढ़ सीट से वो हार गए और नालंदा से जीत गए। ये नीतीश का आखिरी चुनाव भी था। इसके बाद से नीतीश ने कोई चुनाव नहीं लड़ा है।

1215


नीतीश कुमार ने भाजपा के समर्थन से पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। हालांकि, बहुमत नहीं होने के कारण उन्हें 7 दिन में इस्तीफा देना पड़ा था और राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनीं।

1315


साल 2006 में नीतीश पहली बार विधान परिषद के सदस्य बने। नवंबर 2005 से लेकर अब तक नीतीश लगातार बिहार के सीएम रहे हैं। हालांकि, मई 2014 से फरवरी 2015 के बीच जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री रहे हैं।

1415

साल 2018 में नीतीश तीसरी बार विधान परिषद के सदस्य बने हैं और 2024 तक रहेंगे। उन्होंने 1995 के बाद कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है।

1515

साल 2016 में निधन से पहले तक जयललिता अलग-अलग समय में कुल छह बार मुख्यमंत्री रहीं थीं। जिनका रिकार्ड आज नीतीश कुमार ने सातवीं बार सीएम पद की शपथ लेने के साथ तोड़ दिया।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos