कभी भूजा खाकर बिताते थे रातें, ऐसे बने थे केंद्र सरकार में मंत्री,काफी दिलचस्प है रघुवंश प्रसाद सिंह की कहानी

पटना (Bihar) ।  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के हनुमान कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh)  का निधन हो गया है। राजनीतिक के जानकार बताते हैं कि रघुवंश प्रसाद ऐसे नेता थे, जो कभी भूजा खाकर रात बिताए थे और अपनी ईमानदारी के चलते केंद्र सरकार  (central government) में मंत्री भी बनें। आइए जानते हैं बिहार के इस लाल की पूरी कहानी।

(बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावी हलचल के बीच हम अपने पाठकों को 'बिहार के लाल' सीरीज में कई हस्तियों से रूबरू करा रहे हैं। इस सीरीज में राजनीति से अलग उन हस्तियों के संघर्ष और उपलब्धि के बारे में बताया जा रहा है जिन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि देश दुनिया में भारत का नाम रोशन किया हैं।)

Asianet News Hindi | Published : Sep 13, 2020 8:44 AM IST / Updated: Sep 13 2020, 02:20 PM IST

16
कभी भूजा खाकर बिताते थे रातें, ऐसे बने थे केंद्र सरकार में मंत्री,काफी दिलचस्प है रघुवंश प्रसाद सिंह की कहानी


राजनीतिक के जानकार बताते हैं कि अहमदाबाद के एलडी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने दिसंबर 1973 में मेस का बढ़ा हुआ बिल देने से मना कर दिया, जो आंदोलन का रूप ले ली। पूरे देश में छात्र आंदोलन शुरू हो गए। बिहार के सीतामढ़ी में छात्रों के आंदोलन को धार देने का काम गोयनका कॉलेज में गणित पढ़ाने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह कर रहे थे, जो संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के जिला सचिव भी थे।

(फाइल फोटो)

26


1974 में एक समय ऐसा भी था, जब गणित के प्रोफेसर रहे रघुवंश प्रसाद सिंह को छात्र आंदोलन में पुलिस गिरफ्तार कर लिया। तीन माह बाद जेल से बाहर आए तो मकान मालिक सीताराम सिंह ने घर खाली करने के लिए कह दिया। इसके बाद रेलवे लाइन के पास के अपने कमरे को छोड़कर कॉलेज के हॉस्टल आ गए। (फाइल फोटो)

36


छात्रों के बीच उस समय कुछ किताबें, एक जोड़ी धोती-कुर्ता और एक गमछे के अलावा संपति के नाम रघुवंश प्रसाद सिंह के पास कुछ नहीं था। रघुवंश प्रसाद के करीबी बताते हैं कि तनख्वाह इतनी भी नहीं थी कि घर पर खर्च भेजने के बाद दोनों समय कायदे से खाना खाया जा सके।  (फाइल फोटो)

46

जून 1977 में हुए विधानसभा चुनाव में रघुवंश प्रसाद सिंह  सीतामढ़ी की बेलसंड सीट से निर्वाचित हुए। उनकी जीत का सिलसिला 1985 तक चलता रहा। 1996 के लोकसभा चुनाव में लालू यादव के कहने पर वैशाली से लोकसभा चुनाव लड़ गए और जीतने में कामयाब रहे। इस तरह वह पटना से दिल्ली आ गए। (फाइल फोटो)
 

56


1999 में जब लालू प्रसाद यादव हार गए तो रघुवंश प्रसाद को दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल के संसदीय दल का अध्यक्ष बनाया गया था।(फाइल फोटो)
 

66

रघुवंश प्रसाद सिंह को 2014 में लगातार वैशाली में पांच जीत के बाद हार का सामना करना पड़ा था। इस समय राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पार्टी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के संकटमोचक रहे डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह इन दिनों नाराज चल रहे थे।
(फाइल फोटो)

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos