Published : Oct 05, 2020, 08:48 AM ISTUpdated : Mar 28, 2023, 04:06 PM IST
पटना (Bihar ) । भाजपा (BJP) में शामिल होने वाले वाली श्रेयसी सिंह (Shreyasi Singh) का खेल की दुनिया में बड़ा नाम है। वो इंटरनेशनल शूटर हैं और उन्हें अर्जुन अवॉर्ड मिल चुका है। लेकिन, अब राजनीति में अपनी विरासत संभालेंगी।
श्रेयसी 2018 के राष्ट्र मंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीती थीं। इससे पहले ग्लासगो में हुए 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें 2018 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा था।
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इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह के पिता दिग्विजय सिंह जेडीयू के वरिष्ठ सांसद थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके थे। उनकी असामयिक मृत्यु के बाद बांका लोकसभा क्षेत्र से उनकी पत्नी पुतुल सिंह सांसद चुनी गई थीं।
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साल 2019 के लोकसभा चुनाव में श्रेयसी की मां पुतुल कुमारी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इस कारण बीजेपी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया था।
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श्रेयसी सिंह ने राजनीति में उतरने के संकेत वर्ष 2019 में ही दे दिए थे, जब उन्होंने लोकसभा चुनाव में अपनी मां पुतुल कुमारी के लिए चुनाव प्रचार किया था। उस दौरान श्रेयसी की सभाओं और रोड-शो में उमड़ने वाली भीड़ को देख यह अंदाजा लगाया जा सकता था।
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बताते चले कि श्रेयसी सिंह के बांका के अमरपुर सीट या जमुई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। बांका श्रेयसी के माता-पिता की कर्मभूमि रही है, इसलिए उनके वहां से चुनाव लड़ने की संभावना अधिक है।