पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar assembly elections) चुनाव काफी दिलचस्प होगा। एनडीए को सत्ता में आने और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सीएम बनने से रोकने के लिए एक और मोर्चे का गठन हो गया है। पड़ोसी राज्य यूपी में सत्ता से दूर हुई कुछ छोटी-बड़ी पार्टियां भी बिहार में अपनी सियासी पैठ बनाने की कोशिश में लगी हैं। वहीं, दो दिन में दो मोर्चे के गठन से महागठबंधन की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं,क्योंकि कल तक जिस दल में लोग सीट मांगते थे, वे आज डिप्टी सीएम तक के पद की दावेदारी करने लगे हैं। दूसरी ओर विरोधियों के कई संगठन बनाने से एनडीए को भी संगठित होकर अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा, जो किसी चुनौती से कम नहीं है। मौजूदा समय में स्थिति यह है कि बिहार में पांच चर्चित चेहरे सीएम पद के दावेदार हो गए हैं। वे अपने सपने को साकार करने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति करने में जुटे हुए हैं।