पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में महागठबंधन की तरफ से सीएम फेस बने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पहले राजनीति में नहीं आना चाहते थे। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और वे ऐसे समय में बिहार की राजनीति में इंट्री लिए, जब कई राज्यों में बीजेपी (BJP) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की लहर चल रही थी। विपक्षी दल एकजुट होकर इस लहर को रोकना चाहते थे। वहीं, आईपीएल (IPL) में बुरी तरह फेल होने के बाद राजनीति में करियर बनाने उतरे लालू के इस छोटे बेटे ने रिकार्ड मतों से विधायक बनकर सबको हैरान कर दिया था, जिसका ईनाम भी पहली ही बार में डिप्टी सीएम पद के रूप में उन्हें मिला था। मगर, डेढ़ साल बाद ही उनके सितारे गर्त में जाने लगे। हालांकि कि उनकी लोकप्रियता को देखते हुए कांग्रेस (Congress) जैसी राष्ट्रीय पार्टी महागठबंधन का हिस्सा बनकर उनकी अगुवाई में इस बार बिहार चुनाव में उतरी है, जो उनके लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है।