बिहार चुनाव; CM नीतीश की पहली रैली, लालू-राबड़ी राज से तुलनाकर बताया NDA सरकार ने क्या-क्या बदला

पटना (Bihar) । बिहार में विधानसभा चुनाव हाइटेक तरीके से होगा। आज सीएम नीतीश कुमार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फॉर्मूले पर जदयू के ऐप से अपनी पहली वर्चुअल चुनावी रैली ‘निश्चय संवाद’ को संबोधित किए। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यू की पहली रैली योजनाओं को समर्पित रही, लेकिन हर योजना की बात करते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी राज से उसकी तुलना किसी न किसी रूप में जरूर की। नीतीश ने 2 घंटा 56 मिनट भाषण दिया। इस दौरान एक बार लालू यादव का नाम लिया  बता दें कि नीतीश कुमार के संबोधन को लाइव देखने की व्यवस्था की गई थी। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों के अलावा सभी प्रखंडों, पंचायतों, शहरों, हाट-बाजार और चौक-चौराहों पर जदयू नेताओं ने टेंट लगाकर टीवी स्क्रीन, प्रोजेक्टर और एलईडी लगाए गए थे। टेंट भी लगाए गए थे, जिसमें कुर्सी लगी थीं और चाय-नाश्ते का भी बंदोबस्त नेताओं-कार्यकर्ताओं ने किया। वहीं, पार्टी का दावा रहा कि देश के किसी भी राजनीतिक दल का यह अपनी तरह का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसके जरिये बड़ी वर्चुअल रैलियों से लेकर छोटी सार्वजनिक एवं प्राइवेट वीडियो मीटिंग की जा सकेगी। आइए जानते हैं नमो ऐप से कैसे अलग है जदयू का यह ऐप।
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 7, 2020 3:09 AM IST / Updated: Sep 07 2020, 03:30 PM IST

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बिहार चुनाव; CM नीतीश की पहली रैली, लालू-राबड़ी राज से तुलनाकर बताया NDA सरकार ने क्या-क्या बदला


बताते चले कि जिस ऐप से सीएम नीतीश कुमार संबोधित करेंगे वह काफी हाइटेक है। जी हां नमो ऐप में टू वे कम्यूनिकेशन नहीं है, जबकि जदयू के इस ऐप के जरिये वन-वे और टू-वे दोनों तरह से संवाद कर सकते हैं। यूं कहें कि नमो ऐप पर लोग भाषण तो सुन सकते हैं लेकिन अपनी बात नहीं कह सकते। वहीं, जदयू के इस ऐप पर टू-वे कम्यूनिकेशन भी हो सकता है और लोग अपनी बात नेताओं को कह सकते हैं।
 

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जदयू के ऐप में एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (वीडियो लाइव करने के लिए सर्वर) के लिए वाउजर का इस्तेमाल होता है, जो फेसबुक और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। नमो ऐप पर होने वाले लाइव स्ट्रीमिंग से ज्यादा अच्छी क्वालिटी जदयू के ऐप पर दिखेगी।

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नमो ऐप में मैसेंजर मॉड्यूल नहीं है जबकि जदयू के ऐप में यह सुविधा है। मैसेंजर मॉड्यूल मतलब ऐप के जरिये लोगों तक मैसेज भेजने की सुविधा। जदयू के ऐप से लोगों को लाइव स्ट्रीमिंग का सीधा मैसेज भेजा जा सकता है जो नमो ऐप में नहीं है।

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जियो के छोटे स्मार्टफोन पर भी यह ऐप खुल जाएगा और एक क्लिक करते ही 30 सेकेंड के अंदर जदयू के लाइव कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं।

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जूम कॉल, गूगल मीट की तरह इस प्लेटफॉर्म के जरिए भी टू वे वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा सकेगा। अभी एकसाथ 500 लोग दोतरफा वीडियो संवाद कर सकते हैं। यह संख्या बढ़ सकती है।
 

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फेसबुक और नेटफ्लिक्स लाइव के लिए जिस कंटेंट डिलिवरी नेटवर्क का इस्तेमाल करती है, इस ऐप में उसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, ताकि लाइव स्ट्रीमिंग में दिक्कत न आए।
 

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माना जा रहा है कि इस रैली के माध्यम से नीतीश कुमार अपने शासनकाल के कार्यों को जनता के सामने रखेंगे, आगामी योजना बताएंगे, 15 साल बनाम 15 के माध्यम से विपक्ष को निशाने पर रखेंगे, वहीं युवाओं के लिए कुछ बड़ी घोषणा की भी उम्मीद की जा रही है। 

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सीएम नीतीश कुमार के इस वर्चुअल रैली का लाइव प्रसार फेसबुक @nitishkumarjdu और jduonline, ट्वीटर : @nitishkumar और jduonline वेबसाइट: https://jdulive.com पर  किया जाएगा।

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