लोग कहते हैं कि हिमाकत शहाबुद्दीन को बर्दाश्त नहीं हुई और इसकी सजा में ओमप्रकाश को सरेआम दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। कई समर्थकों को भी पीटा गया। कई ने तो तब सीवान भी छोड़ दिया। कई की समर्थकों की हत्याएं भी हुईं। नीतीश राज में शहाबुद्दीन जेल गया तो लोगों को थोड़ी राहत मिली। 2009 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में, 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में ओम प्रकाश ने हीना शहाब को हराया। दरअसल, शहाबुद्दीन के चुनाव लड़ने पर रोक की वजह से आरजेडी बाहुबली की पत्नी हीना शहाब मैदान में थी, लेकिन वो जीत नहीं पाई। यह शहाबुद्दीन के आतंक का ही खामियाजा था कि 2019 के चुनाव में भी हीना शहाब को जेडीयू की कविता सिंह से हारना पड़ा।
(फाइल फोटो)