पटना। बिहार में ये पहला विधानसभा चुनाव होगा जिसमें पार्टी को लालू यादव के बिना ही मैदान में उतरना है। ऐसे वक्त में पार्टी का पूरा दारोमदार उनके बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के कंधों पर है। तेजस्वी, लालू के बाद पार्टी और गठबंधन का चेहरा भी हैं। लेकिन कई बार पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर तेजप्रताप उन्हें चुनौती भी देते नजर आए हैं। दोनों भाइयों के बीच कथित वर्चस्व की खबरें आ चुकी हैं। राजनीतिक जानकारों का एक तबका तेजस्वी के मुक़ाबले तेजप्रताप को कम गंभीर भी आंकता है।