पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों के तहत 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इस बार चुनाव का पेंच काफी उलझा हुआ है। राजनीति और गठबंधनों का स्वरूप ही कुछ इस तरह है कि किसी भी तरह का पूर्वानुमान लगाना मुमकिन नहीं है। दरअसल, पिछली बार बिहार के बड़े दलों के गठबंधन का स्वरूप अलग था। पिछली बार महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस शामिल थीं। इस बार महागठबंधन में आरजेडी कांग्रेस के साथ सीपीआई एमएल, सीपीआई और सीपीएम शामिल हैं। इसी तरह एनडीए में इस बार बीजेपी, वीआईपी और हम के साथ जेडीयू है। एलजेपी अकेले चुनावी मैदान में हैं। 2015 में गठबंधन के बदले स्वरूप में 7 विधानसभा सीटों पर बहुत रोचक मुक़ाबला हुआ था। ये बिहार की वो सीटें हैं जहां 1000 से भी कम मतों से हार जीत का फैसला हुआ। बदले राजनीतिक माहौल में इन 8 विधानसभा सीटों के नतीजे किसी का भी खेल बना या बिगाड़ सकती हैं। ये सीटें बताती हैं कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में एक वोट की कीमत क्या होती है। आइए जानते हैं बिहार की इन सीटों के नतीजों के बारे में...