क्वारंटाइन सेंटरों में बांटे 17.53 लाख कंडोम, 11 लाख गर्भनिरोधक गोलियां घरों में दीं, सरकार ने दी ये नसीहत

पटना (Bihar) । बिहार सरकार कोरोना काल में जनसंख्या वृद्धि को लेकर चिंतित है। सरकार का मानना है कि लॉकडाउन के दौरान लाखों प्रवासी वापस लौटे हैं। उन्हें 14 दिन क्वारंनटाइन करने के बाद घर भेजा गया। कहीं इससे जनसंख्या में बढ़ोतरी न हो इसके लिए सरकार ने अपनी तरफ से उपाय किए हैं। अप्रैल में जहां 2.14 लाख तो मई में जब क्वारंटाइन सेंटर में बाहर से आने वालों की संख्या बढ़ी तो 15.39 लाख कंडोम का वितरण किया गया। उपमख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपील की कि प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर भी गर्भ निरोधक सामग्रियां उपलब्ध हैं, जिन्हें जरूरत हो वहां से ले सकते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 9, 2020 3:19 AM IST / Updated: Jun 09 2020, 09:01 AM IST

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क्वारंटाइन सेंटरों में बांटे 17.53 लाख कंडोम, 11 लाख गर्भनिरोधक गोलियां घरों में दीं, सरकार ने दी ये नसीहत


बिहार उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि प्रत्येक दशक के दौरान बिहार की जनसंख्या में 25 फीसदी की वृद्धि हो रही है। वैसे लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा, बाल विवाह पर रोक और अन्य निरोधात्मक उपायों को अपना कर पिछले एक दशक में प्रजनन दर को 4.3 से घटा कर 3.2 पर लाने में सफलता मिली है।

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जनसंख्या स्थिरीकरण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए फ्रंट लाइन आशा कार्यकर्ताओं और एनएनएम द्वारा कोरोना संक्रमण का घर-घर सर्वें किया जा रहा है। इस दौरान दो-दो पैकेट कंडोम उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
 

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दंपतियों को उनकी इच्छानुसार इस दौरान करीब 11 लाख दैनिक और आपातकालीन गर्भ निरोधक गोलियों का भी वितरण किया गया।


 

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अधिकारियों का मानना है कि घर से बाहर न निकलने पर इन परिवारों में जनसंख्या वृद्धि की संभावना ज्यादा है। जिसके कारण यह निर्णय लिया गया है।

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैं कि अगर कोई मजदूर यहां से छूट जाता है तो डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के दौरान आशा बहू उन्हें घर पर कंडोम के दो पैकेट दे रही हैं। 

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कंडोम वितरण काम में विभाग की मदद केयर इंडिया नाम की एक एनजीओ कर रही है।

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