बिहार में जहरीली शराब ने बरपाया कहर, 4 दिन में 41 मौते..दिवाली पर कई गांव में नहीं जले दिए..कई महिला विधवा

गोपालगंज. बिहार (Bihar News) में जहरीली शराब (poisonous alcohol) से पीने से मरने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 4 दिन में 41 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई की हालत गंभीर है तो कुछ की आखों की रोशनी जा चुकी है। इस दीवाली जहरीली शराब ने ऐसा कहर बरपाया है कि कईयों के घर दिए तक नहीं जले। उनके घर खुशियों की जगह सिर्फ मातम की चीखें सुनाई दे रही हैं। किसी के पिता ने दम तोड़ दिया तो किसी के पति की सांसे थम गईं। पढ़िए कैसे छठ मैया की पूजन से पहले ही कई सुहागिनें विधवा...

Asianet News Hindi | Published : Nov 6, 2021 11:22 AM IST / Updated: Nov 06 2021, 05:05 PM IST
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बिहार में जहरीली शराब ने बरपाया कहर, 4 दिन में 41 मौते..दिवाली पर कई गांव में नहीं जले दिए..कई महिला विधवा

दरअसल, जहरीली शराब ने बिहार के तीन जिले गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में कहर बरपा हुआ है। जिसमें गोपालगंज में 20 तो बेतिया में 17 और शनिवार को समस्तीपुर में 4 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो सेना के जवान भी शामिल बताए जा रहे हैं। वह दीवाली की छु्ट्टी पर घर आए हुए थे। इसी दौरान उन्होंने शराब को पिया और उनकी मौत हो गई।
 

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बता दें कि बिहार में दिवाली से बड़ा त्यौहार छठ का होता है। इस दिन सुहागिनें महिलाएं छठ मैया की पूजन करती हैं और व्रत-उपवास रहती हैं। लेकिन इससे पहले ही कई सुहागिनें विधवा हो गईं। वह बिलखते हुए कह रही हैं कि हे छठ मैया ये तूने क्या किया। वहीं कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां एक साथ कई लोगों की अर्थियां जलाई गईं।

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बता दें कि जहरीली शराब पीन से बुधवार शाम से लोगों के बीमार पड़ने और मरने का सिलसिला शुरू हुआ था। पहले दिन 8 से 10 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन देखते ही देखते यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा और दर्जनों की लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। इस खबर के बाद शासन प्रशासन में हड़कंम मच गया। इस दौरान कोई पेट दर्द तो कोई आंखों की रोशनी कम होने की बात करने लगा। इसके बाद लोग एक-एक करके दम तोड़ने लगे।
 

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बिहार में पांच अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra), तेलंगाना (Telangana) और गोवा (Goa) की तुलना में बिहार में शराब की खपत आज भी ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि बिहार के शहरी क्षेत्र की महिलाएं भी शराब की शौकीन हैं। शराबबंदी से पहले बिहार में शराब की करीब 6 हजार दुकानें थीं और सरकार के खजाने में इससे करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपया आता था। इसके बाद 5 अप्रैल, 2016 को बिहार देश का ऐसा पांचवां राज्य बन गया जहां शराब पीने और जमा करने पर बैन लग गया।

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जहरीली शराब पीने से सूबे में मौत को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार राज्य सरकार पर हमलावर हैं। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तेजस्वी यादव ने लिखा है कि बिहार में पिछले तीन दिनों में ही जहरीली शराब से 50 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रशासन, शराब माफिया पर कार्रवाई करने की बजाय पीने वालों को सबक सिखाने की धमकी दे रहे हैं। तेजस्वी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वीडिया भी ट्वीट किया है।

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