महिला पुरोहित गौरी कुंटे ने बताया कि, यह बदलाव का दौर है और हम लोग विधवा महिला को भी सम्मान देते हैं। महिला पुरोहित पहली बार बिहार में विवाह समारोह संपन्न करा रही है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ा कदम है। वहीं महिला पुरोहित वृंदा दांडेकर ने कहा कि, हमने वैदिक विधि विधान से विवाह संपन्न कराया और यह शादी दिन में ही संपन्न हुई है।