शहीद के बड़े भाई अनिल कुमार भी अवकाश प्राप्त सेना के जवान हैं। सुनील कुमार के पिता बासुदेव साव घर पर किराना की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी मां रुक्मिणी देवी गृहणी हैं। पिता की मौत के बाद बच्चों के साथ ही मां और बाप के आंसू नहीं रुक रहे हैं। बात-बात में स्वजन सुनील का जिक्र कर बिलख पड़ रहे हैं।