पटना (बिहार). देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है। संक्रमण की दूसरी लहर में लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। हर तरफ निराशा और खामोशी छाई हुई है। अगर कोई संक्रमित हो जाए तो वह डर जाता है, अक्सर यही सोचता है कि पता नहीं वह ठीक होगा या नहीं। हिम्मत हार चुके ऐसे लोगों के लिए बिहार के एक 88 साल के बुजुर्ग ऐसी मिसाल पेश कर रहे हैं जो दूसरों के लिए बहुत कुछ सीख देने वाली है। वह सिर्फ कोरोना संकमित नहीं, बल्कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी जूझ रहे हैं। लेकिन उन्होंने अपना जज्बा-जुनून नहीं खोया है। उनके चेहरे की मुस्कुराहट को देखकर नहीं लगता है कि वह इन दो जानलेवा बीमारियों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने अस्पताल के बेड पर मस्ती करते हुए अपने जन्मदिन का केक काटा है। पढ़िए जोश और हिम्मत की अनोखी काहनी...