कौन है बिहार का ये छोरा जिसने डेब्यू मुकाबले में ही जड़ दिया तिहरा शतक, मां ने गहने गिरवी रख बनाया क्रिकेटर

Published : Feb 19, 2022, 09:05 AM ISTUpdated : Feb 19, 2022, 09:08 AM IST

पटना. बिहार के छोरे ने कमाल कर दिखाया है। क्योंकि यहां के रणजी क्रिकेटर सकिबुल गनी ने इतिहास रचते हुए क्रिकेट में एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। साकिबुल ने फर्स्ट क्लास डेब्यू मैच में ट्रिपल सेंचुरी लगा दी। इस तरह से वह वह फर्स्ट क्लास डेब्यू पर तिहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। क्रिकेट को पसंद करने वाले उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। हर तरफ उनकी इस कामयाबी के चर्चे हो रहे हैं।

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कौन है बिहार का ये छोरा जिसने डेब्यू मुकाबले में ही जड़ दिया तिहरा शतक, मां ने गहने गिरवी रख बनाया क्रिकेटर

दरअसल, सकिबुल गनी ने मिजोरम के खिलाफ कोलकाता में रणजी ट्रॉफी मुकाबले के दौरान यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। जहां उन्होंने 387 गेंदों पर 50 चौकों की मदद से अपना तिहरा शतक लगाया है। इस तरह उन्होंने शुक्रवार को 341 रन की पारी खेली। 

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22 साल के सकिबुल गनी मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म दो सितंबर 1999 को हुआ था। उनके पिता का नाम मो. मन्नान गनी है जो कि एकपीडीएस दुकान चलाते हैं। पिता ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश के बीच कभी मुफलिसी को नहीं आने दिया। आर्थिक हालत ज्यादा अच्छी नहीं होने के बाद भी साकिबुल का सपना साकार करने के लिए उसे क्रिकेट खिलाया।

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पिता ने बताया कि साकिबुल बचपन से ही क्रिकेट खेलता था, उसकी दीवानगी को पूरा करने के लिए उसकी  मां ने गहने गिरवी रखकर उसके बैट खरीदा था। उसे एक अच्छा क्रिकेटर बनाने के लिए उसके साथ-साथ पूरे परिवार ने दिन-रात मेहनत कर उसकी सुविधाओं और जरूरतों का खयाल रखा। आज उसकी मेहनत और लोगों की दुआ रंग ला रही है। अल्लाह से दुआ है कि वह अपने देश के लिए भी खेले।

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वहीं गहने रखकर बेटे को बैट दिलाने वाली मां आजमा खातून ने बताया कि मैंने अपने बच्चे के लिए सपने के बीच कभी गरीब को बीच में नहीं आने दिया। उसके लिए अपने गहने गिरवी रख कर तीन बैट खरीदे थे।  सकीबुल का कहना है कि मां ने इतना कुछ किया और यह बात परिवार को किसी को नहीं बताई थी। मां ने मुझे यह बैट थमाते वक्त कहा था जा.. बेटा तीन बैट दे रही हूं। तीन शतक लगाकर आना।

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बता दें कि सकिबुल गनी ने 2015 में अंडर-14,  2016-17 में अंडर-19 और 2017 व 18 में बिहार अंडर-23  के अलावा 2019 व 2021 के विजय हजारे सीनियर ट्रॉफी, 2020 में चेन्नई और 2021 में दिल्ली में आयोजित आयोजित मुश्ताक अली (20-20) व विजय हजारे(50-50) ट्रॉफी में भी बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं।  
सकीबुल के क्रिकेट बनने की कहानी कुछ यूं है कि जब उसका भाई 2009 में अंडर 19 खेलने के लिए प्लाइ से गया था। जिसे सकीबुल पटना एयरपोर्ट छोड़ने गया तो उसने भाई को प्लाइट में बैठ देखा तो ठान लिया था कि अब वह भी एक क्रिकेटर ही बनेगा।

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