इसके बाद साल 2013 में रिलीज हुई 'मानसून शूटआउट', 'द लंचबॉक्स', 'बॉम्बे टॉकीज़' को भी कान्स समारोह में प्रदर्शित किया जा चुका है। वैसे तो उन्होंने की फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किए हैं। सरफरोस जैसी मूवी में वो एक या दो सीन में नज़र आए थे। हालांकि गैंग्स ऑफ वासेपुर ने उन्हें हिंदी फिल्मों में पहचान दिलाई है