एंटरटेनमेंट डेस्क. गुजरे जमाने की खूबसूरत अदाकारा रीना रॉय (Reena Roy) की मानें तो जब उनका पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान (Mohsin Khan) से तलाक हो गया तो उन्हें अपनी बेटी सनम की कस्टडी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। उनके मुताबिक़, उन्होंने इसके लिए कई साधू संतों से भी मदद मांगी थी। 66 साल की एक्ट्रेस का एक इंटरव्यू मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपने इस संघर्ष के बारे में बात कर रही हैं। आइए आपको बताते हैं कि क्या है पूरा मामला और कैसे रीना रॉय अपनी बेटी को भारत लाने में कामयाब हुईं...
रीना रॉय ने 80 के दशक में पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान से शादी की और एक्टिंग से संन्यास की घोषणा कर दी। लेकिन इस शादी के बाद उन्हें जो अनुभव मिला, उसके बारे में वे मीडिया में खुलकर बात करती रही हैं।
28
हाल ही में ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में रीना रॉय ने बताया कि बेटी जन्नत (जिसका नाम बाद में सनम रखा गया) के जन्म के बाद मोहसिन और उनकी शादी में दरार आ गई थी।
38
रीना ने इसी बातचीत में यह भी बताया है कि कैसे उन्हें अपनी बेटी की कस्टडी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, कैसे वे उन्हें भारत ला पाईं और कैसे उन्होंने उसका नाम जन्नत से बदलकर सनम रख लिया।
48
मोहसिन से तलाक की वजह बताते हुए रीना ने कहा कि वे उनकी लाइफस्टाइल के साथ एडजस्ट नहीं कर पा रही थीं। उन्होंने बताया कि मोहसिन लंदन में शिफ्ट होना चाहते थे और ब्रिटिश नागरिकता लेना चाहते थे। लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं थीं। इस पर मोहसिन बेटी को लेकर चले गए, ताकि अपनी बेटी को तरसती एक मां हताश होकर उनके पीछे-पीछे लंदन आ जाए और वहीं बस जाए।
58
रीना ने यह भी कहा कि उनका तलाक भले ही कड़वाहट के साथ हुआ हो, लेकिन मोहसिन अपनी बेटी के प्रति काफी अच्छे हैं। उनके मुताबिक़, बाप-बेटी काफी अच्छी बॉन्डिंग साझा करते हैं।
68
वे कहती हैं, "वे एक-दूसरे के संपर्क में हैं। वे बेहद करीबी बाप-बेटी का बॉन्ड साझा करते हैं। वे (मोहसिन) अपनी जिंदगी में बेहतर तरीके से सेटल हो चुके हैं। मेरी दुआ है कि भगवान उन्हें हमेशा स्वस्थ और खुश रखे।"
78
रीना रॉय 70 और 80 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस हैं। उन्होंने फिल्म 'जरूरत' से बॉलीवुड में कदम रखा था। बाद में वे 'जैसे को तैसा', 'जख्मी', 'सनम तेरी कसम', 'काली चरण' और 'विश्वनाथ' जैसी कई फिल्मों में देखा गया।
88
1983 में वे मोहसिन खान से शादी कर पाकिस्तान चली गई थीं। लेकिन 1992 में वे वापस भारत लौट आईं।