दरअसल, फिल्म में कारगिल युद्ध का एक सीन है, जिसमें लाल सिंह चड्ढा यानी आमिर खान एक घायल पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद पाशा को बचाते हैं। उसकी देखभाल करते हैं और उसका ह्रदय परिवर्तन करा देते हैं। आगे चलकर पाशा लाल सिंह चड्ढा का दोस्त बन जाता है और दोनों बिजनेस पार्टनर बनकर पैसा कमाते हैं।