बिजनेस डेस्क : कोरोना काल में फाइनेंशियल दिक्कतों के कारण कंपनियों को बहुत नुकसान हो रहा है। कई सारी कंपनियां डूब भी गई हैं। ऐसे में एक बार फिर सहारा कंपनी खतरे में नजर आ रही है। कंपनी पर बड़ी आर्थिक अनियमितताओं का आरोप लगा है। कहा जा रहा हैं कि जिस समय कंपनी के हैड सुब्रत रॉय तिहाड़ जेल में थे उस समय सहारा कंपनी ने लोगों के पैसे के साथ कथित तौर पर खिलवाड़ किया। साल 2010 से 2014 के बीच सहारा ग्रुप ने तीन सहकारी समितियों को चालू किया और चार करोड़ जमाकर्ताओं से 86,673 करोड़ रुपए जमा किए गए। लेकिन अब सरकार ने नई जमाओं पर रोक लगा दी है और बहुत बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की आशंका जताई है।