30 हजार डॉलर पर पहुंची 1 बिटकॉइन की कीमत, भारी मुनाफे को देख तेजी से बढ़ रहा है इसमें निवेश
बिजनेस डेस्क। दुनिया में सबसे ज्यादा प्रचलित क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत में बड़ा उछाल आया है। शनिवार 2 जनवरी को इसकी कीमत में 6 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई और 1 बिटकॉइन की कीमत 30 हजार डॉलर के पार पहुंच गई। बिटकॉइन की कीमत 31 हजार डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गई, लेकिन बाजार में गिरावट आने की वजह से बाद में यह 30,800 डॉलर की कीमत पर आ गया। बता दें कि दिसंबर 2020 में बिटकॉइन ने 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की थी और इसकी कीमत 20 हजार डॉलर पार कर गई थी। बिटकॉइन में होने वाले भारी मुनाफे को देखते हुए इसमें निवेश बढ़ता जा रहा है।
(फाइल फोटो)
कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) की वजह से मार्च 2020 में बिटकॉइन में सबसे ज्यादा 25 फीसदी की गिरावट देखी गई थी। हालांकि, इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आर्थिक मंदी में बिटकॉइन में निवेश एक बेहतर विकल्प बना रहा। इसमें निवेश लगातार बढ़ता ही गया। (फाइल फोटो)
ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस कमोडिटी (Bloomberg Intelligence Commodity) के स्ट्रैटिजिस्ट माइक मैकग्लोन का कहना है कि आर्थिक मंदी के दौर में बिटकॉइन में निवेश एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। वहीं, बिटकॉइन में आई तेजी पर रैमपैन्ट सेंट्रल बैंक मनी प्रिंटिंग (Rampant Central Bank Money Printing) ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जाहिर की है। (फाइल फोटो)
दुनिया के कई आर्थिक विशेषज्ञों और इन्वेस्टमेंट सलाहकारों का मानना है कि बिटकॉइन में यह तेजी आने वाले समय में बनी रहेगी। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि बिटकॉइन की कीमत 4 लाख डॉलर तक पहुंच सकती है। (फाइल फोटो)
माना जा रहा है कि भारत में इस समय करीब 50 से 60 लाख बिटकॉइन यूजर्स हैं। आने वाले समय में बिटकॉइन की कीमतों में और भी उछाल देखने को मिल सकता है। मार्केंट एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2030 तक बिटकॉइन की कीमत 1 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। (फाइल फोटो)
CoinDCX के सीईओ सुमित गुप्ता का कहना है कि मांग में तेजी होने से 2021 में बिटकॉइन की कीमतों में और भी उछाल आ सकता है। ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस साल बिटकॉइन की कीमत और बढ़ेगी। (फाइल फोटो)
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरंसी है। यह डिजिटल करंसी होती है, जो ब्लॉकचेन टेक्नीक पर बेस्ड है। इस करंसी में कोडिंग और डिकोडिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इस तकनीक में करंसी के ट्रांजैक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है। इसे हैक करना आसान नहीं होता। यही वजह है कि क्रिप्टोकरंसी में धोखाधड़ी की संभावना कम होती है। (फाइल फोटो)
बिटकॉइन की ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है। इसकी कीमत दुनियाभर में एक समय पर एक समान होती है। बिटकॉइन की कीमत घटती-बढ़ती रहती है। यह डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है। बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई तय समय नहीं होता है। इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है। क्रिप्टोकरेंसी पर किसी केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं होता है। इसलिए इसकी ट्रेडिंग में रिस्क होता है। (फाइल फोटो)