जेट से लेकर लग्जीरियस कारों के शौकीन हैं रतन टाटा, जानें उनकी लाइफस्टाइल
बिजनेस डेस्क। टाटा ग्रुप (Tata Group) के चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) देश के सबसे बड़े और सम्मानित उद्योगपतियों में से एक हैं। उन्होंने टाटा ग्रुप को दुनिया में एक खास पहचान दिलाई है। आज भी टाटा सन्स (Tata Sons) देश का सबसे बड़ा औद्योगिक समूह है। टाटा सन्स के तहत कई कंपनियां हैं। टाटा सन्स देश में लिस्टेड कंपनियों का सबसे बड़ा प्रमोटर है। टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब 15.6 लाख करोड़ रुपए है। टाटा ग्रुप को नई उंचाइयों तक पहुंचाने और दुनिया भर में उसकी साख बनाने में रतन टाटा का बहुत बड़ा योगदान है। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को मुंबई में हुआ था। टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेद जी टाटा ने उन्हें गोद लिया था। रतन टाटा उनके गोद लिए पोते हैं। जेआरडी टाटा (JRD Tata) उनके चाचा थे। जेआरडी टाटा ने 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप की कमान सौंपी। रतन टाटा अविवाहित हैं। देश के अमीरों में उनका खास स्थान हैं। जानते हैं उनकी लाइफ स्टाइल के बारे में।
टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स भारी वाहनों के साथ कारों का भी प्रोडक्शन करती है। रतन टाटा ने आम आदमी के लिए सबसे सस्ती 'नैनो' कार बनाई। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था, जो सफल नहीं हो सका। देश को सबसे सस्ती कार देने वाले रतन टाटा खुद महंगी और लग्जरी कारों के शौकीन हैं।
रतन टाटा फेरारी कैलिफोर्निया (Ferrari California) कार चलाना पसंद करते हैं। इस कार की कीमत करीब 4 करोड़ रुपए है। इसके अलावा उनके पास जगुआर (Jaguar), विंटेज कार (Vintage car), मर्सडीज बेंज एसएल 500 (Mercedes Benz SL500) और लैंड रोवर फ्रीलैंडर (Land Rover Freelander) जैसी महंगी और शानदार कारें हैं।
रतन टटा को जेट चलाना भी काफी पसंद है। वे 17 साल की उम्र से ही हवाई जहाज उड़ा रहे हैं। रतन टाटा ए-16 जैसे फाइटर जेट भी उड़ा चुके हैं। इस उम्र में भी विमान उड़ाना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है। कहा जाता है कि एक बार उड़ान के दौरान विमान का इंजन फेल हो जाने के बाद उन्होंने खतरनाक परिस्थितियों में उसे सुरक्षित लैंड कराया था।
रतन टाटा को पेट्स से भी काफी लगाव है। खाली समय में वे अपने डॉग्स के साथ खेलना और समय बिताना पसंद करते हैं। उनके पास दो जर्मन शेफर्ड हैं। डॉग्स को लेकर उनकी चाहत का अंदाज इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्होंने डॉग्सस्पॉट (Dogsspot) नाम की कंपनी में भी निवेश किया है।
मुंबई में रतन टाटा का घर कोलाबा में स्थित है। यह 13,350 वर्गफीट में फैला है। इस बंगले को पूरी तरह सफेद रंग से पेंट किया गया है। यहां तक कि इसके विंडो ग्लास, दीवारें और दरवाजे भी सफेद हैं। यहां से समुद्र की लहरों को देखा जा सकता है। काम से फुर्सत मिलने पर रतन टाटा ज्यादातर वक्त कोलाबा स्थित अपने बंगले में ही बिताते हैं। तीन फ्लोर वाले इस बंगले में सारी सुविधाएं मौजूद हैं।
रतन टाटा पढ़ने के काफी शौकीन हैं। जब भी उन्हें वक्त मिलता है, वे अपनी स्टडी में पढ़ने बैठ जाते हैं। अपने घर में उन्हेंने अच्छी-खासी लाइब्रेरी बना रखी है। उनका किताबों का कलेक्शन खास ही है।
रतन टाटा को कई सम्मान मिल चुके हैं। 26 जनवरी, 2000 को रतन टाटा को पद्म भूषण अलंकरण से सम्मानित किया गया। रतन टाटा को 26 जनवरी, 2008 को देश के दूसरे सर्वोच्च अलंकरण पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।
रतन टाटा अपने स्टाफ का काफी ख्याल रखते हैं। टाटा ग्रुप की कंपनियों में संभी कर्मचारियों की सुविधाओं का काफी ध्यान रखा जाता है। कहते हैं कि रतन टाटा के ड्राइवर को लेने के लिए भी मर्सडीज कार जाती थी।