आनंद महिंद्रा की वाइफ रही हैं मशहूर जर्नलिस्ट, कारों से है बेइंतहा प्यार; 5 मिनट भी नहीं रह सकते फोन के बिना

बिजनेस डेस्क। आनंद महिंद्रा महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के चेयरमैन और सीईओ हैं। भारत की 10 टॉप कंपनियों में महिंद्रा ग्रुप का नाम आता है।  कंपनी की शुरुआत पंजाब के लुधियाना में आनंद महिंद्र के दादा जे. सी. महिंद्रा ने की थी। आनंद महिंद्र का जन्म 1 मई, 1955 को हुआ। इनके पिता का हरीश महिंद्रा ने कंपनी के कारोबार को बढ़ाया। इनकी मां का नाम इंदिरा महिंद्रा है। आज महिंद्रा ग्रुप देश की टॉप ऑटोमोबाइल्स निर्माता कंपनियों में से एक है। जानते हैं आनंद महिंद्रा  की लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें।

Asianet News Hindi | Published : Sep 17, 2020 8:01 AM IST / Updated: Sep 17 2020, 01:35 PM IST

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आनंद महिंद्रा की वाइफ रही हैं मशहूर जर्नलिस्ट, कारों से है बेइंतहा प्यार; 5 मिनट भी नहीं रह सकते फोन के बिना

चर्चित पत्रकार से की शादी
आनंद महिंद्रा ने चर्चित पत्रकार अनुराधा से शादी की है। अनुराधा 'मेन्स वर्ल्ड' और 'रोलिंग स्टोन इंडिया' की एडिटर रह चुकी हैं। 

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इंदौर में मिले थे अनुराधा से
आनंद महिंद्र की मुलाकात अनुराधा से इंदौर में हुई थी। वहीं उन्हें अनुराधा से प्यार हो गया। दोनों ने अमेरिका के बोस्टन शहर में एक साथ पढ़ाई भी की है।

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हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से किया एमबीए
आनंद महिंद्रा ने अमेरिका के बोस्टन में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री ली। उन्होंने डिपार्टमेंट ऑफ विजुअल एंड एनवायरवन्मेंटल स्टडीज से भी पढ़ाई की है। 

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बिजनेस की जिम्मेदारी
पढ़ाई पूरी कर भारत लौटने के बाद आनंद महिंद्रा ने अपने पिता की कंपनी में फाइनेंशियल डायरेक्टर के एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट के तौर पर काम शुरू किया। उन्हें कंपनी में कुछ और भी जिम्मेदारियां दी गईं।

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1989 में बना महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप
महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप की स्थापना साल 1989 में की गई। इसके बाद आनंद महिंद्र को 'रियल एस्टेट डेलवपमेंट एंड हॉस्पिटैलिटी' यूनिट का प्रेसिडेंट बनाया गया। 

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1997 में बने मैनेजिंग डायरेक्टर
आगे चल कर आनंद महिंद्रा को ग्रुप में उप प्रबंध निदेशक का पद दिया गया। आनंद महिंद्रा के नेतृत्व में कंपनी लगातार आगे बढ़ रही थी। साल 1997 में उन्हें कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया गया।

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बढ़ता ही जा रहा है कारोबार
पहले महिंद्रा का व्यवसाय स्टील में था। यह एक स्टील ट्रेडिंग कपनी के रूप में स्थापित हुई थी। इसके बाद ट्रैक्टर निर्माण के क्षेत्र में कंपनी काफी आगे बढ़ गई। यह दुनिया की तीन प्रमुख टैक्टर निर्माता कंपनियों में गिनी जान लगी। अब यह ग्रुप ट्रैक्टर ही नहीं, बल्कि बेहतरीन कारें बनाने के साथ एयरस्पेस के क्षेत्र में भी काम कर रहा है। 
 

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सोशल मीडिया पर रहते हैं एक्टिव
आनंद महिद्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। ट्विटर पर उनके  71 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। आनंद महिंद्रा अपने वॉट्सऐप से अक्सर प्रेरणा देने वाली तस्वीरें शेयर करते रहते हैं।

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5 मिनट भी नहीं रह सकते फोन के बिना
आनंद महिंद्र फोन के बिना 5 मिनट भी नहीं रह सकते। इसका खुलासा उनकी पत्नी अनुराधा ने किया। एक शख्स ने अपनी पत्नी की बातें सुनने से बचने के लिए 62 साल तक गूंगा-बहरा होने का नाटक किया था। इस पर महिंद्रा ने कहा था कि काश वे भी इसी तरह पत्नी को मूर्ख बना पाते। तब अनुराधा ने कहा कि वे 5 मिनट भी बिना फोन पर बात किए नहीं रह सकते।

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चाय बेचने वाले का वीडियो किया था शेयर
आनंद महिंद्रा ने कोच्चि में चाय की दुकान चला कर दुनिया घूमने का शौक पूरा कर रहे करीब 70 साल के पति-पत्नी का वीडिओ ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि बेशक यह दंपती फोर्ब्स रिच लिस्ट का हिस्सा नहीं है, लेकिन मेर विचार से यह देश के सबसे धनी लोगों में एक है। उन्होंने लिखा था कि वे जब भी कोच्चि जाएंगे, तो इस दंपती से मिलेंगे।   

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हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को दी है 100 करोड़ डॉलर की मदद
आनंद महिंद्रा ने अपनी मां के नाम पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को 100 करोड़ डॉलर की मदद दी है। उन्होंने महिंद्रा सिस्टम एंड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी की नींव रखने के साथ अमेरिका में 3 असेम्बलिंग संयंत्र भी स्थापित किए हैं। उन्होंने कोटक महिंद्रा नाम की संस्था स्थापित की जो बाद में बैंक बन गई। उन्होंने 'स्कॉर्पियो' का निर्माण शुरू करवाया, जो आज पूरी दुनिया में जानी जाती है। 

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एक प्रशंसक ने बर्थडे पर मांगा था THAR
आनंद महिंद्रा के एक फैन ने अपने बर्थडे पर सोशल मीडिया के जरिए उनसे महिंद्रा एंड महिंद्रा की फेमस एसयूवी THAR की डिमांड की थी। इस पर महिंद्रा ने कहा था कि आपके ओवर सेल्फ कॉन्फिडेंस को पूरे नंबर देता हूं, लेकिन कार नहीं दे सकता। ऐसा करने से मेरा धंधा बंद हो जाएगा। 

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