भारत का बाजार निगल गया कोरोना वायरस, लेकिन चीन के इन लोगों को पहुंचा करोड़ों का फायदा
बिजनेस: दुनियाभर में कोरोना वायरस का ऐसा आतंक देखने को मिल रहा है जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की थी। इसका असर जहां लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, वहीं इसने कई देशों के अर्थव्यवस्था को भी औंधे मुंह गिरा दिया है। भारत में तो इस जानलेवा वायरस के कारण बाजार को काफी घाटा उठाना पड़ा। कई खाद्य पदार्थों के अलावा चीन से आने वाली दवाइयों के आयात पर भी वायरस का असर हुआ। लेकिन बात अगर चीन की करें, तो इस वायरस के कारण चीन के कई कारोबारियों को करोड़ों का फायदा हुआ है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं चीन के ऐसे ही 10 कारोबारियों के बारे में।
Asianet News Hindi | Published : Mar 9, 2020 10:16 AM IST / Updated: Mar 09 2020, 04:08 PM IST
जहांग हुईजुआन: चीन की 59 साल की बिजनेसवुमन जहांग देश की सबसे बड़ी ड्रगमेकर कंपनी की मालकिन हैं। जबसे चीन में कोरोना वायरस ने कहर बरपाया है, तबसे इस कंपनी का नेट वर्थ 6 मार्च तक 220 (2.2 बिलियन डॉलर) करोड़ रुपए बढ़ा है। ये कंपनी एंटी इंफेक्शन, डायबटीज, और ऑन्कोलॉजी ड्रग्स बनाती है।
किन यिंगलिन: चीन के मूयूआन फूडस्टफ कंपनी के मालिक हैं। उन्होंने चीन के पोर्क मार्केट में काफी मुनाफा कमाया है। करोना वायरस के बावजूद किन की कंपनी का नेट वर्थ 190 करोड़ (1.9 बिलियन डॉलर) बढ़ा है।
लिउ योनघाओ: चीन के न्यू होप ग्रुप के मालिक लिउ की कंपनी चीन के सबसे बड़े एग्रीबिजनेस कंपनियों में से एक है। कोरोना वायरस के आने के बाद से इस कंपनी को 180 करोड़ (1.8 बिलियन डॉलर) का फायदा हुआ है।
सेन जुंदा: चीन का ये बिजनेसमेन हंसोह फार्मास्यूटिकल ग्रुप के मालिक हैं। चीन में वायरस के प्रकोप के बावजूद इनकी कंपनी का नेट वर्थ 140 करोड़ (1.4 बिलियन डॉलर) बढ़ा है।
ली सिटिंग: मिन्द्राय मेडिकल इंटरनेशनल के मालिक ली की कंपनी के नेट वर्थ को मंदी में भी 130 करोड़ (1.3 बिलियन डॉलर) का फायदा हुआ।
सू हंग: ये भी मिन्द्राय मेडिकल इंटरनेशनल के ही एक हिसेदार हैं। इनको भी 130 करोड़ (1.3 बिलियन डॉलर) का फायदा हुआ।
सुन पिआओयांग: चीन के टॉप एंटी इन्फेक्शन और ट्यूमर ट्रीटिंग दवाइयां बनाने में एक्सपर्ट कंपनी जिआंगसु हंगरुइ मेडिसिन को कोरोना वायरस के बावजूद 130 करोड़ रुपए (1.3 बिलियन डॉलर) का फायदा हुआ।
ही सिआंगजीआन: दुनिया के सबसे बड़े एप्लायंस मेकर मिडिआ ग्रुप के मालिक ही है। उनकी कंपनी को इस मंदी के दौर में 120 करोड़ (1.2 बिलियन डॉलर) का मुनाफा हुआ है।
मा हटंग: चाइनीज इंटरनेट टेनसेंट होल्डिंग द्वारा बनाया गया पॉपुलर सोशल मैसेजिंग एप वीचैट भी कोरोना वायरस के बाद फायदे में रहा। इसमें 110 करोड़ (1.1 बिलियन डॉलर) रुपए का मुनाफा पाया गया।
चेन बंग: चीन में 260 से ज्यादा क्लिनिक्स वाले ऐइर ऑय हॉस्पिटल ग्रुप के मालिक चेन की कंपनी की नेट वर्थ को भी 100 करोड़ रुपए (1.0 बिलियन डॉलर) का फायदा हुआ है।