दीवाली पर महंगे होने जा रहे ये आयटम, मोबाइल, कार, बाइक के लिए चुकाने होंगे इतने दाम
बिजनेस डेस्क। भारत में दीवाली के मौके पर जमकर खरीददारी होती है। दीवाली आते ही कई मार्केट में डिस्काउंट ऑफर भी दिए जाते हैं। ई-कॉमर्स कंपनियां भी विशेष छूट देते हैं। लेकिन इस बार आपको तमाम आयटम खरीदने के लिए जेब कुछ ज्यादा ही ढ़ीली करनी पड़ेगी।
Asianet News Hindi | Published : Sep 25, 2021 7:44 AM IST / Updated: Sep 25 2021, 01:48 PM IST
त्योहारी सीजन में कार टीवी (TV), एसी (AC), (Car), बाइक (Bike), मोबाइल (Mobile) और कई सारे इलेक्ट्रॉनिक आयटम्स के के दाम बढ़ने वाले हैं। कोरोना संकट के बीच मंहगी दीवाली की शॉपिंग आपका बजट बिगाड़ सकती है।
दरअसल पिछले कुछ समय में प्रोडक्शन कास्ट तेजी से बढ़ी है। यही कारण है कि कंपनियां पहले ही इस साल में तीन-चार बार अपने उत्पादों के दाम बढ़ा चुकी हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स कंज्यूमर के 8 फीसदी तक बढेंगे दाम
मोबाइल, लैपटॉप, टैब जैसे प्रोडक्ट से संबंधित शोध सेवा प्रदाता आईडीसी का अनुमान है कि दीवाली सीजन से पहले स्मार्टफोन 3-5 प्रतिशत महंगे हो सकते हैं। इसकी मुख्य वजह प्रोडक्शन कॉस्ट का बढ़ना बताया जा रहा है। कंपनियां आने वाले समय में टीवी, एसी, मोबाइल, वॉशिंग मशीन, फ्रिज समेत कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के दाम 8 फीसदी तक बढ़ाए जा सकते हैं।
बाइक के दामों में आया बड़ा उछाल
हीरो मोटरकॉर्प ने वैसे ही बाइक के दाम बढ़ा दिए हैं। रॉयल एनफील्ड भी बीते चार महीने में दो बार कीमतें बढ़ा चुकी है। एक्सपर्ट की मानें तो बाइक के दो 1-2 प्रतिशत बढ़ाए जा सकते हैं।
इलेक्ट्रिक कार का बढ़ रहा मार्केट
बीते डेढ़ साल में कार और बाइक के दामों 10-15 प्रतिशत उछाल आ चुका है। इलेक्ट्रिक कार का मार्केट बढ़ रहा है बावजूद इसके पेट्रोल-डीजल कारों के दाम बढ़ रहे हैं।
घरेलू आयट्म होने वाले महंगे
बॉश (Bosch), सीमेंस (Siemens) और हिताची (Hitachi) जैसी घरेलू प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनिया 3-8 प्रतिशत तक दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहीं हैं।
वहीं प्रतिस्पर्धी कंपनियां भी अपने आयटम्स का दाम बढ़ा सकती हैं। माइक्रोवेव ओवन, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन जैसे इलेक्ट्रॉनिक के रेट 3-7 प्रतिशत बढ़ने के संभावना हैं।
कच्चा माल की बढ़ी लागत
कंपनियों के मुताबिक बीते साल की तुलना में रेफ्रिजरेंट, स्टील, कॉपर के दामों में बड़ा उछाल आया है। एल्यूमिनीयम और प्लास्टिक भी 50 प्रतिशत तक महंगे हुए हैं।
दुनिया के कई देशों में चिप बनाने वाले कारखाने बंद हैं। इससे प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है। चिप जैसी जरुरी वस्तुओं के दाम 75 प्रतिशत तक बढ़े हुए हैं। बता दें कि चिप का इस्तेमाल कार समेत लगभग सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।
कपड़ा मार्केट भी महंगा हो सकता है। इस सीजन में पुराना माल खपाना भी चुनौती होगा। वहीं ट्रेंडिंग फैशन के क्लाथ मार्केट में आपको बढ़ी हुई कीमतों को चुकना होगा।