समय से पहले पीएफ से पैसा निकालने से हो सकते हैं कई तरह के नुकसान, जानें EPFO के नियम

बिजनेस डेस्क। कमर्चारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में कर्मचारियों के वेतन का एक हिस्सा जमा होता रहता है, जो रिटायरमेंट के बाद उन्हें ब्याज सहित मिलता है। यह रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले बड़े फायदों में से है। आम तौर पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से रिटायरमेंट के पहले भी शादी, मेडिकल इमरजेंसी और बच्चों की शिक्षा जैसी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोविडेंट फंड (PF) से कुछ हिस्सा निकालने की अनुमति मिलती है। काफी लोग रिटायरमेंट के पहले पीएफ से पैसा निकालते भी हैं, लेकिन इससे उन्हें कई तरह का नुकसान होता है। इसलिए इससे संबंधित नियमों के बारे में जानना जरूरी है।
(फाइल फोटो)
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2020 5:38 AM IST / Updated: Oct 08 2020, 11:14 AM IST

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समय से पहले पीएफ से पैसा निकालने से हो सकते हैं कई तरह के नुकसान, जानें EPFO के नियम

रिटायरमेंट के बाद फंड में कमी
अगर नौकरी करने के दौरान जरूरत पड़ने पर कोई पीएफ (PF) से पैसा निकालता है, तो रिटायरमेंट के समय इसका नुकसान होता है। इससे रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले फंड में कमी आ जाती है। इसका असर पेंशन पर भी पड़ता है। 
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कितना मिलता है ब्याज
प्रोविडेंट फंड  (PF) में जमा राशि पर 8.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। पीएफ में जितनी ज्यादा राशि जमा रहेगी, ब्याज उतना ही ज्यादा मिलेगा। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि पीएफ से पैसा नहीं निकालें। नौकरी करने के दौरान दूसरे तरीकों से पैसे का प्रबंध करना बेहतर होगा। 
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यह नियम है अहम
कमर्चारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का एक नियम यह है कि अगर रिटायरमेंट के बाद भी 3 साल के लिए पैसा नहीं निकालते हैं, तो जमा राशि पर ब्याज मिलता रहेगा। इससे आपका फंड काफी बढ़ जाएगा। इसलिए अगर पैसों की कोई खास जरूरत नहीं हो, तो रिटायरमेंट के 3 साल के बाद ही पैसा निकालना चाहिए।  
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वित्त वर्ष 2019-20 के लिए क्या तय हुआ ब्याज
हाल ही में हुई कमर्चारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की बैठक में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए ब्याज दर पर फैसला लिया गया। इसमें पीएफ पर ब्याज दर 8.5 फीसदी तय की गई है।
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ईपीएफओ ने क्या की सिफारिश
ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी मंडल ने इस साल 5 मार्च को हुई बैठक में ईपीएफ पर 2019-20 के लिए ब्याज दर 8.50 प्रतिशत रखने की सिफारिश की थी। यह पहले से 0.15 फीसदी कम है। ईपीएफ की यह प्रस्तावित दर 7 साल की न्यूनतम दर है। बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए EPFO की तरफ से सिर्फ 8.15 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। बाकी का यह 0.35 फीसदी ब्याज दिसंबर महीने में दिया जाएगा।
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