SBI फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम में निवेश कर हासिल कर सकते हैं अच्छा मुनाफा, किस्तों में है पेमेंट करने की सुविधा
बिजनेस डेस्क। आज के समय में हर किसी के पास इतना ज्यादा पैसा बचत के रूप में नहीं होता कि वह एकमुश्त बड़ा निवेश कर सके। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD) स्कीम में एकमुश्त बड़ी रकम जमा करने पर ही फायदा होता है। कोरोना संकट के इस दौर में बड़ी राशि का निवेश सबों के लिए संभव नहीं रह गया है। इसे देखते हुए देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने कस्टमर्स के लिए फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम (Flexi Deposit Scheme) की शुरुआत की है। यह भी एक तरह से रिकरिंग डिपॉजिट (RD) की तरह ही होता है, लेकिन इसमें कस्टमर एक न्यूनतम राशि जमा कर अपना खाता खुलवा सकता है और बाद में अपनी सुविधा के अनुसार निवेश की राशि को बढ़ा सकता है। जानें स्टेट बैंक की इस स्कीम के बारे में। (फाइल फोटो)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम में हर वित्त वर्ष में न्यूनतम 5000 रुपए 500 रुपए के गुणक में जमा करना जरूरी है। वहीं, अधिकतम जमा राशि 50 हजार रुपए सालाना है। एक इंस्टॉलमेंट के लिए न्यूनतम राशि 500 रुपए है। (फाइल फोटो)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम के तहत मिनिमम टेन्योर 5 साल और मैक्सिमम 7 साल है। इसमें ब्याज दर टर्म डिपॉजिट वाली ही होती है। (फाइल फोटो)
स्टेट बैंक में इस समय 5 साल से लेकर 10 साल तक के लिए 2 करोड़ रुपए से कम के रिटेल डोमिस्टिक टर्म डिपॉजिट पर सालाना ब्याज दर 5.40 फीसदी है। वहीं, सीनियर सिटिजन के लिए यह 6.20 फीसदी है। (फाइल फोटो)
स्टेट बैंक की फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम के तहत भारत का कोई भी नागरिक अकाउंट खुलवा सकता है। इस स्कीम में नाबालिग भी यह अकाउंट खोल सकते हैं। अकाउंट सिंगल या जॉइंट, दोनों तरह का खोला जा सकता है। (फाइल फोटो)
एसबीआई (SBI) फ्लेक्सी डिपॉजिट स्कीम में प्रीमेच्योर क्लोजर की सुविधा भी है। हालांकि, ऐसे में 5 लाख रुपए तक के डिपॉजिट के लिए सभी टेन्योर में ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती की जाती है। वहीं, 5 लाख रुपए से ज्यादा के डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 1 फीसदी घट जाती है। (फाइल फोटो)
एसबीआई फ्लेक्सी अकाउंट को खुलवाए जाने के बाद 7 दिन पूरे होने से पहले बंद कराए जाने पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा। इस पर टीडीएस (TDS) लागू होता है। मिनिमम डिपॉजिट के पेमेंट में डिफॉल्ट होने पर पेनल्टी 50 रुपए प्रति वित्त वर्ष लगती है। इसमें डिपॉजिट के 90 फीसदी तक का लोन या ओवरड्राफ्ट लेने की सुविधा भी मिसती है। इसके साथ नॉमिनेशन की सुविधा भी है। इसे स्टेट बैंक के एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर कराया जा सकता है। (फाइल फोटो)