बिजनेस डेस्क। स्थानीय कृषकों एवं प्रसंस्करणकर्ता लोगों को अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने के लिये और मध्य भारत के इस राज्य में चाय-कॉफी की खेती को बढ़ावा देने के लिए टी काफी बोर्ड का गठन किया जा रहा है। आगामी 3 वर्षों में कम से कम दस-दस हजार एकड़ में चाय एवं काफी की खेती करने का लक्ष्य अर्जित किया जायेगा। इसमें निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों, निवेशकों एवं कन्सल्टेंट्स की सहायता भी ली जाएगी, इस नए व्यवसाय से लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे...