कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने खोला खजाना, जानें राहत पैकेज की 11 बड़ी बातें
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कारोना वायरस महामारी और उसके आर्थिक प्रभाव से निपटने को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की। यह राशि जरूरतमंदों की सहायता के लिये दी जा रही है। वित्त मंत्री ने राहत पैकेज में सभी श्रेणी के लोगों की सहायता को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 26, 2020 11:26 AM IST / Updated: Mar 26 2020, 05:22 PM IST
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश पैकेज के मुख्य बिंदू इस प्रकार हैं:
कोरोना वायरस के संक्रमण में लोगों के इलाज में लगे डॉक्टरों, पारामेडिकल कर्मियों, चिकित्सा सेवा कर्मियों को 50 लाख रुपये प्रति परिवार का बीमा कवर दिया जायेगा।
राशन की दुकानों से 80 करोड़ परिवारों को अतिरिक्त 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो दाल तीन महीने तक मुफ्त उपलब्ध कराई जायेगी।
जरूरतमंदों की मदद के लिये प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये की घोषणा।
प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 8.69 करोड़ किसानों को अप्रैल के पहले सप्ताह में दो-दो हजार रुपये की अग्रिम किस्त का भुगतान।
मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये, पांच करोड़ परिवारों को होगा लाभ।
वित्त मंत्री ने कहा कि गरीब बुजुर्गों, गरीब विधवा और गरीब दिव्यांगों को दो किस्तों में अतिरिक्त एक हजार रुपये दिए जाएंगे जिससे 3 करोड़ बुजुर्गों, विधवा महिलाओं और दिव्यांगों को फायदा होगा।
20 करोड़ जनधन खाताधारक महिलाओं को अगले तीन महीने तक प्रति माह मिलेंगे 500 रुपये।
उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को अगले तीन महीने तक मुफ्त मिलेगा रसोई गैस सिलिंडर, 8.3 करोड़ गरीब परिवारों को होगा लाभ।
63 लाख महिला स्वयंसेवी समूहों के लिए रहन- मुक्त कर्ज दोगुना कर 20 लाख रुपये किया गया, सात करोड़ परिवारों को होगा लाभ।
सरकार 3 महीने तक इम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड में कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों का पूरा योगदान खुद देगी। यानी ईपीएफ में पूरा 24% योगदान सरकार देगी। पीएफ फंड रेग्युलेशन में संशोधन किया जाएगा।
कुल 1.7 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज पर काम तत्काल प्रभाव से होगा, नकदी एक अप्रैल से डालनी शुरू होगी।