मुकेश अंबानी के सामने इस एक मामले में भी कहीं नहीं ठहरते अमेरिका के कई टॉप बिजनेसमैन
मुंबई: भारतीयों का सबसे पसंदीदा खेल है क्रिकेट इसी तरह अमेरिका का भी सबसे पसंदीदा खेल बेसबॉल है। इन दोनों ही खेलों को बल्ले और गेंद की मदद से खेला जाता है। भारत में क्रिकेट का सबसे बड़ा लीग IPL(इंडियन प्रीमियर लीग) जिसका लोग बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। उसी तरह अमेरिका में MLB (मेजर लीग बेसबॉल) के प्रति लोगों की दीवानगी होती है। लेकिन आईपीएल और MLB सिर्फ कोई स्पोर्ट्स इवेंट्स नहीं होते बल्कि एक बिज़नेस इवेंट भी होता है जहां कई सारी कंपनियां इन टीम्स पर पैसे लगाती हैं। इसी तरह अमेरिका में भी MLB की टीम्स पर बिजनेसमैन अपना पैसा लगते हैं।
भारत में आईपीएल में मुकेश अंबानी की टीम मुंबई इंडियन सबसे ज्यादा महंगी टीम है, वहीं अमेरिका की एएमलबी की टीमों के मालिकों की दौलत अंबानी के आस-पास भी नहीं है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी टीमों के बारे में-
स्टीव कोहेन: अमेरिका के अरबपति कारोबारी और हेड फंज मैनेजर स्टीव कोहेन के पास $13 अरब (करीब 93,453 करोड़ रुपये) की संपत्ति है। हालांकि, वे न्यूयॉर्क मेट्स को खरीदने में असफल रहे थे। यदि वे सफल हो जाते, तो कोहेन एमएलबी के सबसे धनी टीम मालिक बन गए होते।
मार्क और टेड लेर्नर: वॉशिंगटन नेशनल्स के मालिक मार्क और टेड लेर्नर की दौलत $5.7 अरब (करीब 40,975 करोड़ रुपये) है। दोनों रीयल एस्टेट कारोबार में हैं, जिसके वॉशिंगटन में आधीन कई कमर्शियल, रिटेल, आवासीय और होटल प्रॉपर्टीज हैं। 94 साल के टेड ने 2006 में एमएलबी टीम खरीदी थी। एक साल बाद उन्होंने यह टीम अपने बेटे मार्क को सौंप दी और टीम साल 2019 में खिताब जीती।
चार्ल्स बी जॉनसन: 87 साल के जॉनसन सैन फ्रांसिस्को जायंट्स के प्रमुख मालिक है। $4.7 अरब (करीब 37,387 करोड़ रुपये) के मालिक जॉनसन साल 2012 से ही टीम से जुड़े हैं। जॉनसन म्यूचुअल फंड कंपनी फ्रैंकलिन रिसोर्ज के मालिक हैं। हालांकि, उनके पास टीम की 25 फीसदी हिस्सेदारी ही है।
मार्क वॉल्टर: वॉल्टर का निवेश समूह है, जो कई जगहों पर निवेश करता है। उन्होंने साल 2012 में $2.2 अरब में लॉस एंजेलिस डॉजर्स की टीम खरीदी थी। वॉल्टर के कारोबारी होने के साथ-साथ सामाजिक न्याय के लिए भी काफी काम करते हैं। हालांकि, डॉजर्स की टीम को कोई खास सफलता नहीं मिली है और वह साल 1998 से खिताब नहीं जीत पाई है।
माइक इलिच: मरियन और उनके पति माइक इलिच ने साल 1959 में सीजर्स पिज्जा की शुरुआत की ती। साल 2017 में माइक की मौत हो गई और तब उनके पास $6 अरब की दौलत थी, जो अब घटकर $3.8 अरब रह गई है। दोनों ही साल 1992 में $8.5 करोड़ में डेटरॉइट टाइगर्स की टीम खरीदी थी और अभी तक यह इनके पास ही है। इसे दोनों के बेटे संभालते हैं।
कार्ल पोह्लाड: लीग की शुरुआती आठ टीमों में से एक, मिनेसोटा ट्विंस को अरबपति कारोबारी कार्ल पोह्लाड जो की एक रीयल एस्टेट और ऑटोमोबाइल कारोबारी है उन्होंने साल 1984 में एक टीम खरीदा था। इसके बाद उनका कारोबार उनके तीन बेटों - जिम, बॉब और बिल के बीच बांट दिया गया था। जिम के हिस्से में यह बेसबॉल टीम आई थी।