सस्ता सोना खरीदने का इस साल है ये आखिरी मौका, जानें सरकार ने कितनी तय की है कीमत

बिजनेस डेस्क। कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में गोल्ड की कीमतों में काफी तेजी आई और लोगों ने इसमें निवेश भी किया। अब गोल्ड की कीमतों में कुछ कमी आई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि गोल्ड में निवेश हमेशा सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने वाला होता है। बहरहाल, सरकार ने छठी बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी कर दिया है। यह बॉन्ड आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। यह सस्ता सोना खरीदने यानी गोल्ड में निवेश करने का इस साल आखिरी मौका है। जानें इसके बारे में विस्तार से। 
(फाइल फोटो)
 

Asianet News Hindi | Published : Aug 31, 2020 10:04 AM IST

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सस्ता सोना खरीदने का इस साल है ये आखिरी मौका, जानें सरकार ने कितनी तय की है कीमत

3 सितंबर तक खुला रहेगा सब्सक्रिप्शन
गोल्ड बॉन्ड की यह छठी सीरीज आज 31 अगस्त से शुरू हो रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5117 रुपए प्रति ग्राम तय किया है। इस भाव पर आप सोना खरीद सकते हैं। यह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2010-21 सीरीज-6 है। इसका सब्सक्रिप्शन 3 सितंबर तक खुला रहेगा, यानी तब तक आप सोना खरीद सकते हैं।
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डिजिटल भुगतान पर छूट 
गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए डिजिटल भुगतान करने पर छूट भी मिल रही है। यह छूट प्रति ग्राम 50 रुपए है। गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार की ओर से रिजर्व बैंक जारी करता है। 
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2015 में शुरू हुई यह योजना
देश में गोल्ड का इम्पोर्ट कम करने के लिए केंद्र  सरकार ने नवंबर, 2015 में यह योजना शुरू की थी। वित्त वर्ष 2019-20 में रिजर्व बैंक ने 10 किस्तों में कुल 2,316.37 करोड़ रुपए का गोल्ड बॉन्ड जारी किया था। यह गोल्ड करीब 6.13 टन था। 
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कितना खरीद सकते हैं गोल्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में सोना खरीदने के कुछ खास नियम हैं। इस स्कीम में कोई व्यक्ति एक वित्त वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम के गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है। इसमें कम से कम निवेश एक ग्राम गोल्ड के रूप में किया जा सकता है। 
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मिलती है टैक्स में छूट
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने पर निवेशकों को टैक्स में भी छूट मिलती है। यही नहीं, गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर बैंक से लोन भी लिया जा सकता है। 
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2.5 फीसदी रिटर्न की है गांरटी
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने पर सोने में आने वाली तेजी का फायदा तो मिलता ही है, इस पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज भी मिलता है। ब्याज निवेशक के अकाउंट में हर 6 महीने पर जमा कर दिया जाता है। अंतिम ब्याज मूल धन के साथ मेच्योरिटी पर दिया जाता है। 
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मेच्योरिटी पीरियड
बॉन्ड की मेच्योरिटी पीरियड 8 साल की होती है, लेकिन 5 साल, 6 साल और 7 साल का भी विकल्प मिलता है। इस बीच, अगर सोने के बाजार भाव में गिरावट आती है, तो पूंजी के नुकसान का भी खतरा रहता है।
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गोल्ड बॉन्ड की खास बातें
गोल्ड बॉन्ड की इस सीरीज के इश्यू की तारीख 31 अगस्त , 2020 होगी। गोल्ड बॉन्ड की मेच्योरिटी पीरियड 8 साल की होती है। लेकिन पांचवें साल में एग्जिट का ऑप्शन होता है। गोल्ड बॉन्डस की बिक्री निर्धारित पोस्ट ऑफिस, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और स्टॉक एक्सचेंज से सीधे या उनके एजेंटों के जरिए की जाती है। कोई भी व्यक्ति कम से कम 1 ग्राम का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है।
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