Gold में निवेश से हो सकता है जबरदस्त मुनाफा, 10 साल में अप्रैल और अगस्त में मिला है बढ़िया रिटर्न
बिजनेस डेस्क। नए वित्त वर्ष में अगर आप इन्वेस्टमेंट करने के बारे में सोच रहे हैं, तो अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड को भी रख सकते हैं। इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुल निवेश का 10-15 फीसदी गोल्ड में भी जरूर करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि गोल्ड में हमेशा स्टेबल रिटर्न मिलता है। वहीं, लॉन्ग टर्म में गोल्ड में निवेश से बेहतर मुनाफा मिलने की गारंटी होती है। इन्वेस्ट एक्सपर्ट्स का मानना है कि पिछले 10 सालों में गोल्ड अप्रैल और अगस्त के महीने में ज्यादा महंगा हो जाता है। वहीं, मई में इस पर कुछ दबाव बना रहता है। हाल के दिनों में गोल्ड की कीमतों में कमी आई है, पर मार्केट के जानकारों का कहना है कि आने वाले समय में इसकी कीमत बढ़ेगी। वहीं, कोरोना महामारी की दूसरी लहर आ जाने से गोल्ड में निवेश बढ़ने लगा है।
(फाइल फोटो)
Asianet News Hindi | Published : Mar 31, 2021 8:39 AM IST / Updated: Mar 31 2021, 02:11 PM IST
सोने की कीमतों में इस साल गिरावट बनी हुई है। अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड यील्ड बढ़ने से सोने की कीमतों में गिरावट और भी बढ़ गई है। बॉन्ड यील्ड 14 महीने के हाई पर पहुंच गया है। सोना रिकॉर्ड हाई से करीब 22 फीसदी सस्ता बिक रहा है। 31 मार्च के कारोबार में सोना एमसीएक्स पर 43900 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, पिछले साल अगस्त में सोना 56200 के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया था। (फाइल फोटो)
बता दें कि पिछले करीब 8 महीने में सोना 12300 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास तक सस्ता हो गया है। एक्सपर्ट इस भारी-भरकम डिस्काउंट को सोने में निवेश के लिए अच्छा मौका मान रहे हैं। (फाइल फोटो)
बॉन्ड यील्ड में तेजी से सोने को लेकर निवेशकों में आकर्षण कम हुआ है। वहीं, रिकॉर्ड हाई के बाद बहुत से निवेशकों ने सोने में मुनाफे की वसूली की है। कोरोनावायरस के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाने के चलते भी गोल्ड जैसे एसेट क्लास का आकर्षण कुछ कम हुआ है, लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं और एक बार फिर गोल्ड की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ा है। (फाइल फोटो)
दुनियाभर में कोरोना वायरस की एक और लहर देखने को मिल रही है। भारत, यूएस और यूरोप के देशों में इसका असर बहुत ज्यादा है। अगर यह खतरा बढ़ता है तो एक बार फिर सोने जैसे सेफ हैवन माने जाने वाले एसेट क्लास को लेकर आकर्षण बढ़ेगा। (फाइल फोटो)
कोरोनावायरस की वजह से ही इक्विटी मार्केट में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने जारी रहते हैं तो यह गिरावट बढ़ सकती है। यूएस सहित कई बड़े देशों में इकोनॉमी को फिर पूरी तरह से सामान्य होने में समय लगेगा। आगे सेंट्रल बैकों ने भी सोने में खरीददारी के संकेत दिए हैं। इससे सोने को समर्थन मिलेगा। (फाइल फोटो)
मार्केट के जानकारों का कहना है कि गोल्ड में किसी भी परिस्थिति में नुकसान की नौबत नहीं आती। यह अलग बात है कि अगर बाजार मंदा हो, तो मुनाफे के लिए कुछ इंतजार करना पड़ सकता है। गोल्ड में किया गया निवेश कभी घाटा नहीं दे सकता। इसमें हर हाल में मुनाफा तय है। इसलिए सोने में निवेश करना एक सही निर्णय होगा। (फाइल फोटो)