दुर्लभ का परिवार किसान है। 12th तक गांव में पढ़ने के बाद वे इंजीनियरिंग करने शहर चले गए। जैसा कि आमतौर पर हो रहा है। गांव का कोई युवा जब शहर पढ़ने जाता है, तो वो वहीं का होकर रह जाता है। दुर्लभ के साथ भी यही हुआ। हालांकि 12 साल नौकरी के बाद जब वे गांव लौटे, तब तय नहीं था कि आगे क्या करना है। हालांकि यह ठान लिया था कि खेती-किसानी करेंगे।