ऐसा कौन सा रूम है जिसमें न खिड़की है न दरवाजा? दिमागी मशक्कत करवाएंगे IAS इंटरव्यू के ये पेचीदा सवाल

Published : Jul 13, 2020, 12:36 PM ISTUpdated : Jul 13, 2020, 12:39 PM IST

करियर डेस्क. IAS Interview Questions: यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने वाले दोस्तों, IAS इंटरव्यू सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) का अंतिम चरण है। प्री, मेंस और उसके बाद इंटरव्यू होता है। इस चरण के बाद,कैंडीडेट्स को सिविल सेवा में विभिन्न पदों के लिए चुना जाता है। इंटरव्यूवर किस तरह का सवाल पूछ बैठे इस बारे में सोच कर कई कैंडीडेट्स नर्वस रहते हैं। ऐसे में वह सिविल सर्विस परीक्षा इंटरव्यू क्रैक नही कर पाते। IAS की परीक्षा में प्रीलिम्स और मेंस क्वालीफाई करने के बाद जब कैंडीडेट इंटरव्यू में जाता है तो उससे ऐसे ट्रिकी सवाल पूछे जाते हैं कि उसका दिमाग घूम जाता है। दरअसल वो सवाल काफी आसान होते हैं लेकिन तत्काल उसे समझने में कैंडीडेट के पसीने छूट जाते हैं।    Asianet News Hindi प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए पूर्व में इंटरव्यू में पूछे गए कुछ सवालों और उनके जवाब को शेयर कर रहा है।

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ऐसा कौन सा रूम है जिसमें न खिड़की है न दरवाजा? दिमागी मशक्कत करवाएंगे IAS इंटरव्यू के ये पेचीदा सवाल

जवाब. पत्नी

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जवाब. लगातार घर्षण होने के कारण। 

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जवाब. ग्रैंडमदर

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जवाब. मशरूम। 

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जवाब. सार्स SARS और Covid-2

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जवाब. वायरलेस बिजली काफी सचमुच तारों के बिना विद्युत ऊर्जा का संचरण है। लोग अक्सर उदाहरण, रेडियो, सेल फोन, या के लिए जानकारी का बेतार संचरण के लिए इसी तरह किया जा रहा है। इसके रूप में विद्युत ऊर्जा के बेतार संचरण की तुलना वाई-फाई इंटरनेट। प्रमुख अंतर यह है कि रेडियो या माइक्रोवेव प्रसारण के साथ, प्रौद्योगिकी सिर्फ जानकारी उबरने पर केंद्रित है, और सभी ऊर्जा है कि आप मूल रूप से प्रेषित किया है।

 

किसी भी भौतिक वायर्ड कनेक्शन के बिना लोड करने के लिए स्रोत से विद्युत ऊर्जा का संचरण, अर्थात वायरलेस पावर ट्रांसमिशन भविष्य के इलेक्ट्रॉनिक्स और विद्युत अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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जवाब. - मां।

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जवाब. 10 मिलियन डॉलर। 

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जवाब. ROYGBIV यानि Red, Orange, Yellow, Green, Blue, Indigo, Violet.

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जवाब. इसे साल 1905 में बंगाली में लिखा गया था।  27 दिसंबर 1911 को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कोलकाता (तब कलकत्ता) सभा में गाया गया था, उस समय बंगाल के बाहर के लोग इसे नहीं जानते थे। संविधान सभा ने जन गण मन को भारत के राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1950 को अपनाया।

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