करियर डेस्क. IAS Success Story UPSC Rahul Sankanur: यूपीएससी की जर्नी सबके लिए एक अलग अनुभव लेकर आती है। मेहनत तो सभी करते हैं पर कई बार कुछ कैंडिडेट्स को मेहनत के साथ ही और भी बहुत कुछ करना पड़ता है जैसे सामाजिक दवाब बर्दाश्त करना, सबके ताने सुनना वगैरह। यूं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं कि परीक्षा देने वाले किसी कैंडिडेट को एग्जाम में सफलता मिलेगी या नहीं या मिलेगी तो कितने समय में मिलेगी लेकिन जब यह सफर लंबा होता जाता है तो उस कैंडिडेट की मुश्किलें और बढ़ती जाती हैं। एक तो वह खुद ही अंदर से परेशान होता है उस पर लोग भी ताने मारने लगते हैं कि इतने सालों से लगे हैं कोई रिजल्ट नहीं। ऐसे ही UPSC कैंडिडेट् रहे राहुल संकनूर (Rahul Sankanur) के साथ भी ऐसा हुआ पर पांच अटेम्पट्स के दौरान उन्होंने कभी अपनी मानसिक स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया। तमाम तरह के दबाव सहते हुए भी राहुल लगे रहे और अंत तक हिम्मत नहीं हारी।
आईएएस सक्सेज स्टोरी (IAS Success Story ) में आइए जानते हैं उनकी सफलता और संघर्ष की कहानी-