फीस जुटाने के लिए बेचा अखबार
नीरीश राजपूत के बारे में बताया जात है कि वो बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे, लेकिन उनके घर की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वो अच्छे स्कूल में शिक्षा ले सकतें।
इसलिए उनका अपनी पढ़ाई के दौरान कई बार फीस भरने के संकट से जुझना पड़ता था। नीरीश राजपूत बताते हैं कि इसलिए पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए नीरीश ने अखबार बांटने का काम किया। वो पिता के साथ सिलाई के काम में भी हाथ बंटाते थे।