Published : Jun 28, 2020, 11:45 AM ISTUpdated : Jun 28, 2020, 03:46 PM IST
नई दिल्ली. IAS Interview Question In Hindi: आईएए (IAS) या आईपीएस (IPS) बनने के लिए सिर्फ यूपीएससी परीक्षा पास करना ही जरूरी नहीं होता है। प्री, मेन्स परीक्षा पास करने के बाद सबसे बड़ी लड़ाई एक कैंडिडेट को इंटरव्यू में ही लड़नी होती है। इंटरव्यू में बहुत से कैंडिडेट फेल हो जाते हैं। प्रशासनिक परीक्षा इस बात की वजह से और भी मुश्किल लगती है। कई बार आपकी मनोस्थिति और समझदारी परखने के लिए ट्रिकी सवाल पूछे जाते हैं। ये सवाल किसी भी कैंडिडेट का सिर घुमा देते हैं लेकिन इनके जवाब बेहद आसान निकलते हैं बस दिमाग लगाने की जरूरत होती है। आज हम आपको IAS इंटरव्यू में पूछे जाने वाले टेड़े-मेड़े सवाल (Most Tricky IAS Interview Questions) बता रहे हैं।
जवाब. प्रधानमंत्री की सुरक्षा कोई बॉडी गार्ड नहीं बल्कि भारतीय विशेष समूह यानि SPG कमांडो करते हैं। इन कमांडो का काम प्रधानमंत्री और उनके पर परिवार वालों की रक्षा करना है। इनका वेतन 84, 236, से लेकर 2,44, 632 तक होता है।
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जवाब: पैसे को आईने के सामने रख दो।
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जवाब: मेहंदी।
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जवाब. बैक्टेरिया अच्छे और बुरे दोनों होते हैं लेकिन वायरस हमेशा बुरे ही होते हैं। बैक्टेरिया की पहचान आसानी से हो जाती है जबकि वायरस को पकड़ना मुश्किल होता है। बैक्टेरिया अन्य जीवो के अंदर पाए जाने जाने सूक्ष्म जीव होते हैं और वायरस जीवित कोशिका के संपर्क में आते ही जीवित होते हैं फैलते हैं।
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जवाब: तो मां होगी, क्योंकि डॉक्टर शर्मा से लिंग का पता नहीं चलता।
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जवाब. दूध और चीनी डालकर बनाई गई चाय तीन कप से ज्यादा नहीं पीनी चाहिए। चाय को कप में डालने के दो तीन मिनट बाद पीना ही ठीक रहता है। आधिक चाय का सेवन आपको अनिद्रा (नींद न आना) खराब पाचन और वजन बढ़ने तक जैसा भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ज्यादा चाय पीना शरीर के बाकी अंगों के साथ आंखों और ब्रेन पर अधिक बुरा असर डालता है।
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जवाब: टीपू सुल्तान की मौत उनके आखिरी युद्ध में हुई। 4 मई 1799 में मैसूर के टीपू सुल्तान की श्रीरंगपत्तनम की लड़ाई में मृत्यु हो गई थी।
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जवाब: See-o-double-you (मतलब सी-ओ-डब्ल्यू = cow)
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जवाब. हंता वायरस चूहों से फैलता है, अगर कोई इंसान चूहे खाए या उनके मल मूत्र, लार के संपर्क में आने के बाद इससे संक्रमित हो सकता है। हंता वायरस कोरोना के जैसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जाता है। वहीं इस वायरस का पता लगने में एक हफ्ते से दो महीने तक का समय लग सकता है।