मिस्टर काजीरंगा
साल 2020 में, स्थानीय लोगों द्वारा शिवकुमार को मिस्टर काजीरंगा की उपाधि दी गई। ऐसा इसलिए कि उन्होंने हैबिटेट को 430 वर्ग किमी से बढ़ाकर 900 वर्ग किमी के दायरे तक विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस तरह, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल, इस उद्यान से तीन और हेबिटेट जुड़ गए। पूर्व में इसे छह बार विस्तारित किया जा चुका है।
भविष्य के लिए उनकी योजनाएं
शिव कहते हैं कि जानवरों के स्वतंत्र आवागमन के लिए यहां 35 किमी के दायरे में, तीन खंडों में एलिवेटेड रोड बनाए जाएंगे। वह कहते हैं, वन्यजीवों को कम से कम परेशानी हो, इसके लिए यहाँ वाहनों के आवाजाही पर भी लगाम लगाए जा रहे हैं। पार्क के अंदर वाहनों को ट्रैक करने के लिए सेंसर लगाए गए हैं। शिव कहते हैं कि उनका काम तभी पूरा होगा, जब टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट और बेहतर पर्यटन अनुभव के लिए, उनके नए प्रस्तावों को मान लिया जाएगा।