जब इंसान के सिर पर संकट आता है, तभी उसके दिमाग में कोई आइडिया जन्मता है। लॉकडाउन में बहुत सारे लोगों का काम-धंधा छूटा। लेकिन इनमें से कइयों ने अपने लिए रास्ता खोजा। आत्मनिर्भर होने की दिशा में कदम बढ़ाया। आज वे नौकरी से ज्यादा कमा रहे हैं। ऐसी ही कहानी है दिल्ली के रहने वाले दीपक छाबड़ा की। पिछले 9 साल से नौकरी करते आ रहे दीपक कुछ अपना करना चाहते थे। लॉकडाउन के 5 महीने पहले उन्होंने अपनी सारी जमांपूजी लगाकर रेस्टारेंट खोला। लेकिन लॉकडाउन लगते ही सबकुछ ठप हो गया। उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि आगे क्या करें? इतना पैसा भी नहीं था कि घर में आराम से बैठकर काम चला सकें। फिर उन्होंने झिझक छोड़ी और हिम्मत करके अपनी बाइक को ही चलता-फिरता रेस्टोरेंट बना लिया। वे उस पर छोले-कुलचे बेचने लगे। आज दीपक हर दिन 2000 रुपए कमा रहे हैं। वे खुश हैं कि उनका काम अच्छा चल रहा है।